किशोरी को अगवा कर एक लाख में किया सौदा, पुलिस उदासीन
24 घंटे तक घर में हाथ-पैर बांधकर रखा गया, शोर मचाने पर तमंचा दिखाकर डराया, परिजनों ने दो आरोपितों को दबोचकर किया पुलिस के हवाले, भेजे जेल
आगरा, जागरण संवाददाता। न्यू आगरा क्षेत्र से किशोरी को अगवा कर उसको घर में बंधक बना लिया। हाथ-बांधने के बाद मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी गई। खोजबीन कर आरोपितों के घर तक पहुंचे परिजनों ने उसे मुक्त करा लिया। इसमें शामिल दो आरोपितों को पुलिस ने शनिवार को जेल भेज दिया।
न्यू आगरा क्षेत्र में रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी गुरुवार को अपने घर में थी। पड़ोस में रहने वाले आशीष और गुलशन वहां पहुंचे। किशोरी को उसके पिता के एक्सीडेंट के बहाने आरोपित बाइक पर बैठाकर घर से ले गए। आरोप है कि यहां से किशोरी को गुलशन के घर ले जाया गया। वहां उसके हाथ पैर बांधकर डाल दिया। किशोरी ने शोर मचाने की कोशिश की तो आरोपितों ने तमंचा तानकर गोली मारने की धमकी दी। इस तरह किशोरी को आरोपितों ने शुक्रवार शाम तक धमकाकर घर में बंद रखा। गुलशन की मां ने अपने भाई को जयपुर से फोन कर बुलाया। उनके साथ राजवीर नाम का युवक था। इसके बाद आरोपितों ने राजवीर से किशोरी का एक लाख रुपये में सौदा किया। राजवीर 80 हजार देने को तैयार हो गया। मगर, तब तक सुराग तलाशते हुए पीड़िता के परिजन वहां पहुंच गए। उन्होंने आशीष और गुलशन को दबोचकर पुलिस को सौंप दिया। इसके बाद आरोपितों के खिलाफ किशोरी के अपहरण, पॉक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। इंस्पेक्टर न्यू आगरा आदित्य कुमार ने बताया कि शनिवार को आशीष और गुलशन को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
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समय से न पहुंचते परिजन तो ले जाता खरीदार
आरोपितों ने किशोरी को अगवा करने के बाद उसे बेचने को जयपुर से युवक बुलाया था। गनीमत रही कि अगवा कर ले जाते समय एक व्यक्ति ने उसे देख लिया था। इसी से परिजनों को सुराग मिल गया। इसी के आधार पर परिजन आरोपितों के घर तक पहुंच गए। इसके बाद किशोरी को बरामद करना मुश्किल हो जाता।