थैलेसीमिया से पीड़ित तीन बच्चों संग दंपती ने किया सीएमओ कार्यालय में आत्मदाह का प्रयास Agra News
मैनपुरी का है मामला। कई दिनों से प्रशासन से लगा रहा था गुहार। मदद में बदले में मिले बस दस हजार।
आगरा, जेएनएन। थैलेसीमिया की बीमारी से जूझ रहे बच्चों के इलाज के लिए सरकारी मदद की गुहार लगा हार चुके पीडि़त दंपती ने बीमार बच्चों संग सीएमओ कार्यालय में आत्मदाह की कोशिश की। बमुश्किल कर्मचारियों ने केरोसिन की केन छीनकर उनको जान देने से रोका। सूचना मिलते ही प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। सीओ सिटी के साथ पुलिस अधिकारियों ने पीडि़त को समझा-बुझाकर उसे दिल्ली स्थित अस्पताल में जाने की सलाह दी है।
मैनपुरी के किशनी थाना क्षेत्र के गांव कत्तरा निवासी शिववीर सिंह के तीन बच्चे करिश्मा (8 वर्ष), दिव्यांशु (6 वर्ष) और राधा (3 वर्ष) थैलेसीमिया की बीमारी से ग्रस्त हैं। हर महीने तीनों बच्चों का खून बदलवाना पड़ता है जिसमें काफी धनराशि खर्च होती है। पीडि़त परिवार का कहना है कि तीन वर्षों से भी ज्यादा समय से वह अपने बच्चों का इलाज करा रहे हैं। सरकारी स्तर पर राहत नहीं मिली है। सब कुछ बिक चुका है और वे कर्जदार हो गए हैं। अब इतना भी धन नहीं है कि बच्चों को उपचार दिला सकें।
पीडि़त दंपती का आरोप है कि प्रशासन और सरकार से भी मदद की गुहार लगाई थी लेकिन कोई राहत न मिल सकी। परेशान शिववीर सोमवार की दोपहर लगभग 12 बजे अपनी पत्नी प्रियंका और तीनों बच्चों के साथ सीएमओ कार्यालय पहुंचे। यहां गुहार लगाने पर जब मदद न मिली तो साथ लाई केरोसिन की केन से अपने ऊपर मिट्टी का तेल डाल आग लगाने की कोशिश की। नजदीक ही मौजूद कर्मचारियों ने केरोसिन की केन छीनकर उच्चाधिकारियों को सूचना दी। खबर मिलते ही प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए।
तत्काल सीओ सिटी अभय नारायण राय, कोतवाली प्रभारी ओमहरि वाजपेयी और किशनी थाना प्रभारी सीएमओ कार्यालय पर पहुंचे। लगभग दो घंटों तक पीडि़त परिजनों को समझाकर शांत कराया गया। सीएमओ डॉ. एके पांडेय का कहना है कि पीडि़त दंपती को दिल्ली स्थित अस्पताल में डॉ. मनीषा गोगोई का पता और नंबर दिया गया है। उनसे बात हुई है, वे तीनों बच्चों का निश्शुल्क उपचार करने को तैयार हैं।