Taste of Agra: कोरोना ने फीकी कर दी साल में एक बार बनने वाले घेवर की मिठास
पिछले साल की तुलना में मिष्ठान विक्रेता कम तैयार कर रहे घेवर। छोटी दुकानों पर अभी घेवर बनाने का काम नहीं हुआ शुरू।
आगरा, जागरण संवाददाता। भाई-बहन के प्यार का त्योहार रक्षाबंधन आने वाला है। इस त्योहार में मिठास घोलने वाला घेवर पर इस बार काेरोना वायरस का असर पड़ता दिखाई दे रहा है। सावन की शुरुआत होते ही मिठाई की दुकान पर घेवर की खुशबू आने लगती थी, लेकिन इस बार घेवर की महक कम ही जगह से आ रही है। अधिकांश मिष्ठान विक्रेता असमंजस में हैं कि कितना माल तैयार करें।
रक्षाबंधन का त्योहार तीन अगस्त का है। इस बार त्योहार पर कोरोना महामारी का साया है। ऐसे में भाई-बहन के रिश्ते में मिठास घोलने वाले घेवर के स्वाद पर भी असर पड़ रहा है। लोगों ने अभी बाहर की खाने-पीने की चीज से थोड़ी दूरी बना रखी है। ऐसे में मिष्ठान विक्रेता भी कम ही माल तैयार करवा रहे हैं। बडे़ मिष्ठान विक्रेताओं के यहां घेवर बनाने का काम शुरू हो चुका है। मगर, इस बार वो पिछले साल से कम घेवर तैयार करेंगे। भगत हलवाई के शिशिर भगत ने बताया कि रक्षाबंधन का त्योहार बिना घेवर के पूरा नहीं होता। घेवर बनाने का काम शुरू हो चुका है। मगर, जिस तरह से बाजार की स्थिति है, उसे देखते हुए पिछले साल की तुलना से कम ही माल तैयार करवाएंगे।
इस बार ज्यादा वैरायटी नहीं
हर साल रक्षाबंधन पर घेवर की अलग-अलग वैरायटी तैयारी होती थी, लेकिन इस बार मिष्ठान विक्रेता कम वैरायटी ही तैयार करवा रहे हैं। इसमें सूखा घेवर, मलाई और कम मीठा वाला घेवर तैयार हो रहा है। छोटी दुकानों पर केवल सूखा और मलाई वाला घेवर ही तैयार हो रहा है।
छोटी दुकानों पर अभी नहीं हुई शुरुआत
शहर में अलग-अलग हिस्सों में छोटे-छोटे मिष्ठान विक्रेता है। पिछले साल तक इनके यहां भी महीने भर पहले घेवर बनना शुरू हो जाता था। मगर, इस बार अधिकांश छोटे दुकानदारों ने अभी घेवर बनाना शुरू नहीं किया है। उनका कहना है कि इस बार कोरोना के चलते पहले जैसा त्योहार नहीं होगा। ऐसे में पिछले साल की तुलना में आधा माल तैयार करेंगे। त्योहार से दो सप्ताह पहले काम लगाकर इतना माल तैयार कर लेंगे।