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126 शीतगृह संचालकों ने नहीं बताया भंडारित आलू किसका

जिले में कुल 286 हैं शीतगृह 31 अक्टूबर तक होना है संचालन डाटा उपलब्ध नहीं कराने वालों को विभाग भेज रहा नोटिस

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 07:44 AM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 07:44 AM (IST)
126 शीतगृह संचालकों ने नहीं बताया भंडारित आलू किसका
126 शीतगृह संचालकों ने नहीं बताया भंडारित आलू किसका

आगरा, जागरण संवाददाता। आलू के भाव आसमान छू रहे हैं। इस पर लगाम लगाने के लिए कालाबाजारी पर नकेल कसने की उद्यान विभाग की तैयारी है। इसके लिए शीतगृह संचालकों से डाटा मागा गया था कि उनके यहा भंडारित आलू किसका है, किसान या व्यापारी। जिले के कुल 286 शीतगृह में से 126 ने आकड़े उपलब्ध नहीं कराए हैं।

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जिले में आलू की कालाबाजारी जमकर हो रही है। उपलब्धता भरपूर है, उसके बाद भी दाम बढ़ते जा रहे हैं। इसका मुख्य कारण निकासी नहीं होना है। 35फीसद कुल भंडारित आलू में से 15 फीसद बीज निकासी के बाद भी 20 फीसद भंडारण बचता है। भंडारण की निकासी करा शासन दामों में स्थिरता और गिरावट लाना चाहता है। शीतगृह संचालकों से भंडारित आलू के स्वामियों का डाटा मागा गया, लेकिन निर्धारित तिथि दो बार निकल जाने के बाद भी वे उपलब्ध नहीं करा रहे हैं। उद्यान विभाग डाटा नहीं देने वाले संचालकों को शनिवार को नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा है। उप निदेशक उद्यान कौशल कुमार ने बताया कि आलू के दामों में उछाल का कारण कालाबाजारी माना जा रहा है। शीतगृह के माध्यम से तो कहीं कालाबाजारी नहीं हो रही, इसलिए जानकारी मागी गई है। नहीं देने वालों पर अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। शीतगृह संचालन की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर निर्धारित है।


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