सीएनजी की आपूर्ति शुरू, पंपों पर लाइन, हालात सामान्य होने में लगेगा समय
जवाहर पुल से गर्डर हटाए जाने के बाद सीएनजी की आपूर्ति करीब 36 घंटे बाद गुरुवार सुबह 10 बजे से शुरू हुई है। पंपों के बाहर वाहनों की लंबी कतार लगी हैं।
आगरा, (जेएनएन): यमुना पर निर्माणाधीन पुल पर गिरे गर्डर के हटने के बाद गुरुवार सुबह करीब 36 घंटे बाद कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) की आपूर्ति शुरू हुई है। जैसे ही आपूर्ति शुरू होने की भनक लगी तो ऑटो और स्कूल वैन व बसें पंपों पर जुटने लगे। पंप के बाहर सड़कों पर लंबी कतारें लगी हैं। हालांकि अभी प्रेशर भी कम है। हालात सामान्य होने में कम से कम एक दिन का समय लग जाएगा।
वाटरवक्र्स के निकट निर्माणाधीन तीसरे पुल के नीचे से गेल इंडिया की पाइप लाइन जा रही है। गर्डर गिरकर उस पर लटक गया था। कोई हादसा न हो इसलिए गेल इंडिया ने गैस की आपूर्ति बंद कर दी थी। एनएचएआइ ने मरम्मत के लिए बुधवार दोपहर तक का समय मांगा, लेकिन काम नहीं हो सका। इस कारण पूरे दिन सीएनजी स्टेशनों से आपूर्ति नहीं हो सकी। स्टोर कर गैस देने वाले पम्प भी देररात तक खाली हो गए। इससे एमजी रोड पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का साधन सिटी बसें भी प्रभावित हो गई। विभिन्न रूटों पर दौडऩे वाले ऑटो भी ईधन तलाशते रहे। रात तक यह संकट गहरा गया था।
गुरुवार सुबह तमाम स्कूलों के बच्चों की वैन भी नहीं पहुंचीं। अभिभावकों को खुद बच्चों को छोडऩे और लेने के लिए जाना पड़ा। इधर लखनऊ और दिल्ली से आए विशेषज्ञों की टीम ने गुरुवार सुबह 8 बजे जवाहर पुल पर लटके 135 मीट्रिक टन वजनी गर्डर को हटाने में सफलता हासिल कर ली। इसके बाद सुबह करीब 10 बजे सीएनजी की आपूर्ति शुरू कर दी गई। गेल इंडिया के अधिकारियों ने बताया कि शहर के सभी 14 पंपों पर सप्लाई दी जा रही है। प्रेशर में भी जल्द ही सुधार हो जाएगा।
20 हजार वाहनों पर था खड़े होने का संकट
शहर में करीब 20,000 वाहन सीएनजी से चालित हैं। इनमें ऑटो, स्कूली वैन, स्कूली बस, परिवहन निगम की बसें और ओला की टैक्सियां शामिल हैं। मंगलवार रात से आपूर्ति बंद होने के चलते संकट गहराता जा रहा था। कुछ ही वाहनों के पास गैस का स्टॉक रह गया था। गुरुवार को आपूर्ति जरूर शुरू हो गई है पर पंपों पर मेला जैसा लगा है। हालात सामान्य होने में अभी कम से कम 24 घंटे लग जाएंगे।
पीएनजी की सप्लाई रातभर रही बाधित
पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) की सप्लाई भी बुधवार रात प्रभावित हो गई। इंडक्शन का सहारा लेना पड़ा। कंपनी के पास जो स्टॉक था, अब तक उससे सप्लाई की जा रही थी। रातभर सप्लाई बंद होने के बाद गुरुवार सुबह सात बजे आपूर्ति शुरू हुई। करीब 25 हजार घरों में पीएनजी से चूल्हे जल रहे हैं।