सीएम योगी कल आएंगे बटेश्वर, दौरे से पूर्व निरीक्षण को पहुंचे डीएम- विधायक
अटल जी अस्थियों का करेंगे विसर्जन। उनक पैतृक आवास भी जाएंगे सीएम। विकास कार्यो की घोषणा भी संभव।
आगरा(जेएनएन): पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पैतृक गांव बटेश्वर। यूं तो प्रवेश द्वार से ही अपने एतिहासिक महत्व की गवाही देता है लेकिन इसी द्वार से एक गवाही और मिलती है। वो है यहां की बदहाली की। टूटी सड़कें, जगह- जगह पानी भरे गड्ढे। बदहाल अटल जी की हवेली और बदहाल यमुना के घाट। तमाम घोषणाओं और योजनाओं के नाम पर छला गया स्थल..लेकिन अब अपने दिन सुधरने की आस में तैयार सा दिख रहा है।
शनिवार को अटल जी के अस्थि कलश को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बटेश्वर पहुंचेंगे। हालांकि अभी उनके आगमन का समय निर्धारित नहीं हुआ है लेकिन उनके आगमन से पूर्व प्रशासनिक अमला पूरी तरह से तैयारियों में जुट गया है। शुक्रवार को सुबह ही जिलाधिकारी एनजी रवि कुमार बटेश्वर पहुंच गए। यहां बारिश को देखते हुए दो जगह बनाए जा रहे हेलीपेड का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने अटल जी की हवेली जहां स्मारक बनाए जाना प्रस्तावित है, का निरीक्षण किया। अटल जी की अस्थियों के विसर्जन के लिए यमुना के रानी घाट का भी निरीक्षण उन्होंने किया। उनके साथ एडीएम, एसएसपी, एसडीएम, सीओ आदि पूरा प्रशासनिक अमला था। इसके बाद सभी प्रशासनिक अधिकारी बाह कस्बे में स्थित बिजली घर गेस्ट हाउस में शनिवार की तैयारियों की समीक्षा बैठक करने रवाना हो गए। डीएम के बटेश्वर से निकलते ही विधायक पक्षालिका सिंह और पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह भी तैयारियों का जायजा लेने के लिए वहां पहुंच गए।
संभावना जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री अपने दौरे के दौरान बटेश्वर के विकास की घोषणाएं भी करेंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री का निधन होने के बाद सीएम के बटेश्वर आने के संकेत मिले थे। जिला प्रशासन ने इसके लिए तैयारी भी की थी, लेकिन सीएम का आगमन फाइनल नहीं हो सका था। लिहाजा अटल जी की अस्थियों के विसर्जन के लिए उनके परिजनों का आना टल गया। अब सीएम के आने पर उनके भी आने की संभावना है। भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम भदौरिया ने बताया कि सीएम सीधे बटेश्वर आएंगे या वाया आगरा जाएंगे, इसके बारे में शुक्रवार को शाम तक मिनट टू मिनट कार्यक्रम जारी हो जाएगा। फिलहाल लखनऊ से उनके आने की जानकारी मिल गई है।
ये कर सकते हैं घोषणा:
-अटल के पैतृक आवास में 60 हजार वर्गमीटर भूमि पर स्मारक।
-बटेश्वर में यमुना नदी के घाटों का सुंदरीकरण।
-यज्ञशाला में पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा स्थापना।
-बटेश्वर को बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे और लखनऊ एक्सप्रेस वे से जोड़ने की योजना। हो चुकी है तैयारी:
-बटेश्वर के विकास का पूरा खाका तैयार हो चुका है। जिलाधिकारी एनजी रवि कुमार ने गांव का दौरा भी किया था। साथ ही गांव में सड़कें बनवाई गईं और एलईडी भी लगवा दी गई हैं।