Fight in the Sky: आगरा के आकाश में 'शिकार' को लेकर भिड़ गए दो शिकारी, युद्ध के गवाह बने इंजीनियर्स
डीवीवीएनएल मुख्यालय के पास हुआ गुरुवार सुबह हुआ बाज और चील में संघर्ष। चूहे के शिकार को लेकर हुआ था दोनों में टकराव। घायल होने पर गार्डों ने लगाई दवाई फिर बाज और चील दोनों ने भर ली उड़ान। बिजली विभाग के इंजीनियर भी आवाज सुनकर बन गए तमाशबीन।
आगरा, जागरण संवाददाता। गुरुवार सुबह आगरा के आसमान में सुबह-सुबह दो पक्षियों के बीच युद्ध ऐसा छिड़ा कि इंजीनियर भी अपने-अपने घरों से बाहर निकलने के लिए मजबूर हो गए। दोनों मांंसाहारी पक्षी इतने लड़े कि घायल होकर जमीन पर आ गिरे। कुछ देर दोनों ने आराम किया और फिर आसमान की उड़ान भरने लगे। दो शिकारी पक्षियों के इस युद्ध को देखकर लोग दंग रह गए।
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) मुख्यालय के ऊपर बाज और चील अपने भोजन की तलाश में उड़ान भर रहे थे। बाज ने मुख्यालय के पार्क से चूहे का बच्चा पकड़ लिया। बाज के पंजों में शिकार देखकर चील आक्रोशित हो गई और बाज पर हमला कर दिया। काफी देर तक दोनों के बीच आकाश में भिडंत होती रही। देखते ही देखते यह टकराव युद्ध में बदल गया। बाज आवाज निकालकर चील का सामना कर रहा था। इस आवाज सुनकर हाइडिल कालोनी में रहने वाले इंजीनियर भी घरों से बाहर निकल आए। दोनों मांंसाहारी पक्षियों की जंग को वहां के गार्ड भी देखने लगे। लगभग दस मिनट तक लगातार चील के हमलों का सामना करने वालाा बाज जमीन पर गिर गया। चील का गुस्सा तब भी ठंडा नहीं हुआ। उसे मारने के लिए चील भी नीचे उतर आई, लेकिन दोनों ही घायल अवस्था में थे। इसलिए चील के नीचे आने के बाद बाज पर हमला करने की हिम्मत नहीं हुई और दोनों ही आराम करने लगे। गार्डों ने बाज को पकड़ लिया। उसको पानी पिलाया। उसके जख्मों पर दवाई लगाई। गार्ड प्रेमवीर सिंह ने बताया कि पक्षी घायल होने की जानकारी देने के लिए वाइल्ड लाइफ एसओएस का हेल्पलाइन नंबर तलाश कर रहे थे। इतने में ही दोनों पक्षी फिर से उड़ गए।
दोनों हैं मांंसाहारी
चील और बाज दोनों पक्षी दूसरे जीवों का शिकार करते हैं। ये जीवों को पकड़ने के लिए चोंच और तेज तर्रार पंजों का प्रयोग करते हैं। शिकार को लेकर ऐसे पक्षियों के बीच प्रतिस्पर्धा बनी रहती है। बाज ज्यादातर आबादी वाले इलाकों में शिकार करता है और चील आबादी के बाहरी हिस्सों में अपना शिकार तलाशती है।