हिंदी की बिंदी को विश्व के माथे पर लगाने की कर लो तैयारी, भाषा की पकड़ बनाएगी दुनिया तुम्हारी
आकांक्षा परामर्श दात्री ने बच्चों संग मनाया हिंदी दिवस।
आगरा(जेएनएन): दुनिया भर में हिंदी का परचम लहरा रहा है। विदेशी धरती पर हिंदी की बिंदी चमक रही है लेकिन अफसोस अपने ही वतन में हिंदी हमारी राज भाषा है, यह बताने की जरूरत पड़ रही है। अंग्रेजी यदि जरूरत है तो हिंदी हिंदुस्तान की पहचान है। इस पहचान को देश के नौनिहाल ही बनाए रख सकते हैं। स्कूली बच्चों को मातृभाषा के गौरव के बारे में यह जानकारी दी आकांक्षा महिला परामर्शदात्री समिति ने।
शनिवार को हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में समिति द्वारा शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। बापू नगर, खंदारी स्थित आकांक्षा प्राथमिक विद्यालय में हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। हिंदी को और अधिक लोकप्रिय, सरल एवं जन- जन के संचार का माध्यम बनाए रखने पर संगोष्ठी हुई। वक्ताओं ने हिंदी को देश और विदेश में गर्व के साथ प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया। सचिव सुभाषिनी पालीवाल ने कहा कि विदेशी दौरे के दौरान कई बार देखा है कि वहां लोगों में हिंदी के प्रति विशेष उत्सुकता रहती है। सात समंदर पार हिंदी भाषी होना गौरवांवित करता है लेकिन अपने ही देश में यदि हिंदी जुबान से निकल जाए तो पिछड़ा हुआ समझा जाता है।
विद्यालय की प्राचार्य डॉ. सरोज प्रशात ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बच्चों को शिक्षकों का सम्मान करने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम की अध्यक्ष डॉ. हेमलता ने बच्चों को स्वस्थ रहने के तरीकों की जानकारी दी।
विद्यालय के शिक्षकों का सम्मान तथा बच्चों को मिठाई वितरित की गयी।
इस अवसर पर नीलिमा पाटनी, रेनुका डंग, डॉ. अपर्णा पोद्दार, डॉ. दीपा रावत, वीना खंडेलवाल, रेखा अग्रवाल, मोना सिंह, अंजू जैन, शैफाली, कंचन आदि उपस्थित रहीं।