Security of Taj Mahal: विभागों की खींचतान में ताज की सुरक्षा से खिलवाड़, तीसरी नजर पड़ी है बेकार
Security of Taj Mahal अब तक नहीं ठीक नहीं हो सके ताजमहल के बाहर निगरानी के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे। ताजगंज प्रोजेक्ट के तहत 140 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। रखरखाव के लिए एएमसी न होने के कारण सभी कैमरों का संचालन अवरुद्ध है।
आगरा, जागरण संवाददाता। पर्यटन और पुलिस विभाग की खींचतान के बीच ताजमहल की निगरानी के लिए लगाए गए 140 सीसीटीवी अब तक ठीक नहीं हो सके हैं। दोनों विभागों और शासन स्तर से पत्राचार की मशक्कत जारी है। ऐसे में विश्वदाय स्मारक ताजमहल की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ जारी है।
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के उपनिदेशक अमित कुमार ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को एक पत्र लिखा है। इसमें उनका कहना है कि ताज के यलो जोन में उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा ताजगंज प्रोजेक्ट के तहत 140 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। रखरखाव के लिए एएमसी न होने के कारण सभी कैमरों का संचालन अवरुद्ध है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि इन कैमरों के संबंध में 5 मार्च 2020 को मंडलायुक्त की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इन सभी सीसीटीवी कैमरों का तकनीकी परीक्षण करवाने का निर्णय लिया गया था। इसके लिए 40 लाख तक का पथकर निधि से पुलिस विभाग के लिए स्वीकृत किए जाने पर विचार करने किया जाएगा। उपनिदेशक ने इनके संचालन के लिए परीक्षण कराने का अनुरोध किया है, जिससे कि पथकर निधि से धन आवंटित कराया जा सके। मगर, इस संबंध में अब तक कोई निर्णय नहीं हो सका है। अधिकांश सीसीटीवी जर्जर हो गए हैं।
ताज के बाहर 500 मीटर का दायरा और उससे आगे का तीसरे हिस्से की सुरक्षा पुलिस के जिम्मे है। ताज के येलो जोन में सुरक्षा को देखते हुए 140 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। ताज के पश्चिमी, पूर्वी और दक्षिणी गेट पर पीटीजेड कैमरे (360 डिग्री पर घूमने वाला कैमरा) लगे हैं। इसके अलावा हर महत्वपूर्ण स्थान पर स्थाई कैमरे लगे हैं। शिल्पग्राम और पश्चिमी गेट की पार्किंग की ओर वाले रोड पर फुटपाथ पर कैमरे लगे हैं, जो गाड़ियों के नंबरों पर निगरानी रखते हैं।
यहां लगे हैं ये कैमरे
ताज महल के तीन ओर सुरक्षा का घेरा है। चौथी ओर यमुना नदी है। शिल्पग्राम की पार्किंग से कैमरे शुरू हो जाते हैं। इसके बाद पूर्वी गेट, पाठक प्रेस, दक्षिण गेट, आरके स्टूडियो, पश्चिमी गेट और यहां से बाहर निकलने वाले पूरे रास्ते पर सीसीटीवी कैमरों से ही निगरानी रखी जाती है। फिलहाल ये सभी कैमरे शोपीस बने हुए हैं। इनका कोई उपयोग नहीं हो पा रहा।