कार्बन कणों से हवा फिर खराब, इधर धूप के बावजूद बढ़ रही गलन Agra News
सीपीसीबी के मुताबिक 197 रहा एक्यूआइ। 30 गुना कार्बन मोनोऑक्साइड पांच गुना अति सूक्ष्म कण। तापमान सामान्य से दो डिग्री नीचे।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी की हवा में प्रदूषण बरकरार है। शनिवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 197 दर्ज किया गया। सीपीसीबी की गाइडलाइन के अनुसार यह वायु प्रदूषण की दृष्टि से मध्यम स्थिति है। यहां वायु प्रदूषण बढ़ा रहने की वजह अति सूक्ष्म कणों की मात्रा अधिक होना रहा।
संजय प्लेस स्थित ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशन पर एकत्र आंकड़ों के आधार पर आगरा में शनिवार को एक्यूआइ 197 रहा, जो शुक्रवार के 201 से कम था। सीपीसीबी की गाइडलाइन के अनुसार वायु गुणवत्ता 0-50 तक रहने पर अच्छी, 51-100 तक रहने पर संतोषजनक और 101-200 तक रहने पर मध्यम रहती है। यहां कार्बन मोनोऑक्साइड की अधिकतम मात्रा 121 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई। यह मानक चार माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के 30 गुना से भी अधिक रही। अति सूक्ष्म कणों की अधिकतम मात्रा 316 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई। यह मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के पांच गुना से भी अधिक रही।
प्रदूषक तत्वों की स्थिति
प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत
कार्बन मोनोऑक्साइड, 46, 121, 64
नाइट्रोजन डाइ-ऑक्साइड, 36, 101, 85
सल्फर डाइ-ऑक्साइड, 16, 59, 25
ओजोन, 8, 14, 10
अति सूक्ष्म कण, 74, 316, 195
गलन भरी सर्दी, धूप में भी लग रही ठंड
गलन भरी सर्दी पडऩे लगी है, शनिवार सुबह कुछ देर के लिए कोहरा छाया। दोपहर में धूप निकलने के बाद भी सर्दी में लोग ठिठुरते रहे। रात में शीतलहर चली, अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री नीचे पहुंच गया। अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 23.4 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री दर्ज किया गया।
12 दिसंबर से बदल जाएगा मौसम
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि रविवार को कोहरा छट जाएगा और धूप निकलेगी, इसी तरह का मौसम 11 दिसंबर तक रहेगा। 12 दिसंबर से मौसम का मिजाज बदल जाएगा, बादल छाए रहने के साथ बूंदाबांदी हो सकती है।
बच्चे और अस्थमा रोगियों को खतरा
सुबह कोहरा छाने और सर्दी से बच्चों को निमोनिया और सर्दी जुकाम की समस्या होने लगी है। वहीं, अस्थमा और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज सीओपीडी से पीडि़त मरीजों की सांस फूलने लगी है। एसएन के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि सांस संबंधी बीमारी से पीडि़त मरीज कोहरा छाने पर टहलने ना जाएं। सर्दी से बचें, अपने चिकित्सक से परामर्श ले लें। इन्हेलर का इस्तेमाल परामर्श लेने के बाद ही बंद करें।