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फोन पर किया पैसों की जानकारी से कारोबारी ने इंकार, जानिये क्या होगा अब 10.9 करोड़ का

किनारी बाजार में जैन मार्केट स्थित गिर्राज जी ओर्नामेंट्स पर किया सर्वे। रसीदें और रजिस्टर कब्जे में, 10.9 करोड़ का स्रोत तलाशते रहे अधिकारी।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 04:39 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 04:39 PM (IST)
फोन पर किया पैसों की जानकारी से कारोबारी ने इंकार, जानिये क्या होगा अब 10.9 करोड़ का
फोन पर किया पैसों की जानकारी से कारोबारी ने इंकार, जानिये क्या होगा अब 10.9 करोड़ का

आगरा, जागरण संवाददाता। कटक (ओडिशा) से आगरा लाए जा रही 10.9 करोड़ की नकदी के पकड़े जाने पर आयकर विभाग ने आरोपित मालिक चांदी कारोबारी अवधेश अग्रवाल के ठिकानों पर सर्वे तो किये लेकिन कारोबारी हाथ नहीं आया। आरोपित कारोबारी अवधेश अग्रवाल के तीन- चार मोबाइल नंबरों में से एक पर आयकर अधिकारियों की बात हो सकी। फोन पर कारोबारी ने कटक कनेक्शन से साफ इंकार कर दिया। उसने रकम खुद की होने से भी मना किया और फोन स्विच ऑफ कर दिया। इसके बाद आयकर अधिकारियों ने कारोबारी के रिश्तेदारों से पूछताछ की तो उन्होंने भी बरामद हुआ पैसा अवधेश अग्रवाल का होने से साफ इंकार कर दिया है। अब आयकर विभाग सारी रकम जब्त करने की योजना बना रहा है।

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क्या है पूरा मामला

ओडिशा के महासमुन्द जिले के खल्लारी थाना पुलिस ने मंगलवार सुबह आगरा आ रही टोयटा इटियोस कार (यूपी-80ईओ-9681) से 10.9 करोड़ रुपये बरामद किए थे। गाड़ी में सवार महिला और तीन पुरुषों ने पुलिस को ये रकम आगरा के अवधेश अग्रवाल की बताई थी। इसकी जानकारी मिलते ही आयकर विभाग की स्थानीय टीम चांदी कारोबारी अवधेश अग्रवाल के किनारी बाजार के जैन पैलेस स्थित गिर्राज जी ओर्नामेंट्स पर पहुंच गई। यहां से रसीदें और रजिस्टर कब्जे में ले लिए। टीम ने कारोबारी अवधेश अग्र्रवाल को भी सूचना भिजवाई, मगर वो नहीं आए। इसके बाद टीम ने उनके नामनेर स्थित आवास पर भी जांच शुरू कर दी।

मार्केट में मची अफरातफरी

मंगलवार को ओडिशा में रकम पकड़े जाने के बाद दोपहर को ही आयकर विभाग की टीम किनारी बाजार पहुंच गई थी। इससे बाजार में अफरा-तफरी की स्थिति रही। कुछ ने तो अपने प्रतिष्ठानों के शटर भी गिरा दिए थे। लेकिन कुछ देर बाद हालात सामान्य हो गए। ओडिशा में रकम पकड़े जाने को लेकर भी बाजार में तरह-तरह की चर्चा होती रही।

स्रोत न मिला, तो ईडी कसेगी शिकंजा

आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है कि इस जांच में व्यापारी खुद ही गलती स्वीकार कर जानकारी देगा, तो उनको राहत मिल सकती है, नहीं तो विभाग सख्त कदम उठाएगा। संभावना है कि जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को भी शामिल कर लिया जाए।  


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