कुंवर चंद को भारी पड़ी अपनी मर्जी, बसपा ने किया बर्खास्त, जानें पूरा मामला
लोकसभा चुनाव में आगरा संसदीय सीट से दावेदारी को समर्थकों ने लगवा दिए थे शहर में होर्डिंग्स। बसपा सुप्रीमो ने लिया फैसला।
By Prateek GuptaEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 08:13 PM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 08:13 PM (IST)
आगरा, जासं। लोकसभा चुनाव में टिकट वितरण तो अभी शुरू नहीं हुआ, उससे पहले ही भितरघात की शिकायतें आने लगी हैं। बहुजन समाज पार्टी ने ऐसे ही एक असंतुष्ट कार्यकर्ता को निष्कासित कर यह संकेत दे दिए हैं कि पार्टी आलाकमान के फैसले के विपरीत बोलना भारी पड़ सकता है।
आगरा लोकसभा में बसपा प्रत्याशी के रूप में मनोज सोनी की घोषणा होने के बाद भी खुद को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग का होर्डिंग लगवाने वाले वरिष्ठ नेता कुंवर चंद वकील को बसपा ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है। कुंवर चंद 2009 में पार्टी की टिकट पर आगरा लोकसभा से चुनाव लड़े थे और दूसरे नंबर पर रहे थे। दो दिन पहले उन्होंने प्रत्याशी बनाए जाने की मांग का होर्डिंग लगवाया था। बसपा जिलाध्यक्ष रविंद्र पारस ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर कुंवर चंद को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
वहीं आगरा का चुनावी किला जीतने के लिए बूथों की मजबूती को लेकर भाजपा और सपा पहले से काम कर रही हैं। बसपा ने भी इस पर काम करना शुरू कर दिया है। इस बार सपा और बसपा मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, ऐसे में पार्टी नेता बूथों पर और भी मजबूती मिलने की उम्मीद जता रहे हैं। दो लोकसभा में करीब चार हजार बूथ हैं। प्रत्येक बूथ में एक अध्यक्ष, एक सचिव और एक कोषाध्यक्ष के अलावा बीस सदस्य हैं। बसपा ने प्रत्येक पदाधिकारी और सदस्य को बीस-बीस परिवारों की जिम्मेदारी सौंपी है। सदस्य पार्टी की नीतियां बताकर इन्हें अपने पाले में करेंगे। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव में पार्टी को जिताने की आश्वासन भी लेंगे। बसपा जिलाध्यक्ष रविंद्र पारस ने बताया कि बसपा को और मजबूत करने के लिए बूथ स्तर पर प्रत्येक सदस्य को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
आगरा लोकसभा में बसपा प्रत्याशी के रूप में मनोज सोनी की घोषणा होने के बाद भी खुद को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग का होर्डिंग लगवाने वाले वरिष्ठ नेता कुंवर चंद वकील को बसपा ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है। कुंवर चंद 2009 में पार्टी की टिकट पर आगरा लोकसभा से चुनाव लड़े थे और दूसरे नंबर पर रहे थे। दो दिन पहले उन्होंने प्रत्याशी बनाए जाने की मांग का होर्डिंग लगवाया था। बसपा जिलाध्यक्ष रविंद्र पारस ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर कुंवर चंद को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
वहीं आगरा का चुनावी किला जीतने के लिए बूथों की मजबूती को लेकर भाजपा और सपा पहले से काम कर रही हैं। बसपा ने भी इस पर काम करना शुरू कर दिया है। इस बार सपा और बसपा मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, ऐसे में पार्टी नेता बूथों पर और भी मजबूती मिलने की उम्मीद जता रहे हैं। दो लोकसभा में करीब चार हजार बूथ हैं। प्रत्येक बूथ में एक अध्यक्ष, एक सचिव और एक कोषाध्यक्ष के अलावा बीस सदस्य हैं। बसपा ने प्रत्येक पदाधिकारी और सदस्य को बीस-बीस परिवारों की जिम्मेदारी सौंपी है। सदस्य पार्टी की नीतियां बताकर इन्हें अपने पाले में करेंगे। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव में पार्टी को जिताने की आश्वासन भी लेंगे। बसपा जिलाध्यक्ष रविंद्र पारस ने बताया कि बसपा को और मजबूत करने के लिए बूथ स्तर पर प्रत्येक सदस्य को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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