एक्सप्रेस वे पर हादसे के बाद एक साथ उठी भाई बहन की अर्थी, हर आंख हुई नम
यमुना एक्सप्रेस वे हुआ था हादसा। बहन की शादी इसी महीने होनी थी। शादी की खरीदारी को गई थी नोएडा।
आगरा, जेएनएन। यमुना एक्सप्रेस वे पर मंगलवार सुबह हुए सड़क हादसे में युवती समेत तीन लोगों की मौत हो गई। सगे भाई-बहन की अर्थी एक साथ उठते देख हर आंख से आंसू झलक उठे।
मैनपुरी के कस्बा घिरोर निवासी सतेंद्र गुप्ता के पुत्र कार्तिकेय और पुत्री नेहा की अपने मंगेतर अंकुर के साथ सड़क हादसे में मंगलवार को मौत हो गई थी। बुधवार को कार्तिकेय और नेहा की अर्थी उठी तो हर कोई मायूस दिखा तो देखने वालों की आंख से आंसू उमड़ पड़े। भाई बहन की मौत से लोग दर्द में डूबे नजर आए। मां पुष्पा देवी रो-रो कर बेहोश होती रहीं तो बेसुध पिता सतेंद्र बस बेटा-बेटी की यादों को कुरेद रहे थे। भाई बहन की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी पीडि़त परिवार को सांत्वना दी। सपा विधायक सोबरन ङ्क्षसह यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक गुप्ता, मोहन भदौरिया, आनन्द प्रकाश भदौरिया, अनिल गुप्ता, पूर्व चेयरमैन संजीव यादव आदि ने शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बंधाया।
बस से आने वाली थी नेहा
छह जनवरी की शाम को नेहा छोटी बहन दीक्षा के साथ बस से ही आ रही थी। मंगेतर का फोन आया कि उसकी मंगलवार को आगरा में मीङ्क्षटग है, सुबह गाड़ी से ही साथ चलेंगे। इसलिए सोमवार को रुक गए और गाड़ी में साथ चलने के लिए मंगलवार को घर से चले थे।
14 को आना चाहता था कार्तिकेय
पुत्र कार्तिकेय नोएडा में ही बड़ी बहन पारुल के घर पर रहकर ही पढ़ाई कर रहा था। अचानक छुट्टियां हुई तो वह नेहा के कहने पर घर चलने को तैयार हो गया।