Ayoudhya Case: भाजपा नेतृत्व ने जारी किए निर्देश, फैसले को लेकर मिली ये नसीहत Agra News
जनप्रतिनिधि गृह जनपद में ही रहेंगे। शांत रहकर सभी को समझाएंगे। फैसले को लेकर हर्ष या गम व्यक्त न करने की नसीहत सोहार्द को करेंगे प्रयास।
आगरा, जेएनएन। अयोध्या प्रकरण पर फैसले का वक्त नजदीक आते ही सरकार से लेकर आम जनता के दिल की धड़कनें बढ़ी हुई हैं। इस ऐतिहासिक घड़ी में कोई अराजकतत्व शांत फिजां में साम्प्रदायिकता का जहर न घोल दे, इस आशंका को खत्म करने के लिए पुलिस-प्रशासन दिन-रात मशक्कत में जुटा है। भाजपा भी इसमें भूमिका निभाएगी। इसके लिए संगठन को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
वर्षों से चले आ रहे अयोध्या प्रकरण पर अगले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट से फैसला आना है। निर्णय किसी के भी पक्ष में हो, लेकिन इस पर होने वाली प्रतिक्रियाओं से माहौल बिगडऩे की पूरी आशंका है। ऐसे में भाजपा भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। हाईकमान ने पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं को सख्त निर्देश दे दिए गए हैं कि फैसले के दिन किसी भी तरह के अतिरेक से बचें। कोई प्रतिक्रिया न दी जाए।
साथ में वरिष्ठ नेताओं और जनप्रतिनिधियों को गृह जनपद में ही प्रवास करने को कहा गया है। निर्देश हैं कि वह अपने क्षेत्र में मौजूद रहकर सभी वर्गों के लोगों से संपर्क साधें। उनको सुप्रीम कोर्ट के फैसले को खुले मन से स्वीकर करने के लिए समझाएं।
सोशल मीडिया को लेकर विशेष सतर्कता
भाजपा ने सबसे ज्यादा जोर सोशल मीडिया पर सावधानी बरतने को लेकर दिया है। नेताओं-कार्यकर्ताओं से कहा है कि अपने अकाउंट से किसी भी तरह की पोस्ट न करें। यदि कोई दूसरो अपने ग्रुप या अकाउंट पर कोई विवादित पोस्ट करता है तो अविलंब नियमानुसार कार्रवाई करें।
नेता कार्यकर्ता देंगे सहयोग
अयोध्या प्रकरण पर सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला होगा वह सबको मान्य होगा। भाजपा साम्प्रदायिक सोहार्द बनाने वाली पार्टी है। सभी नेता-कार्यकर्ता इसमें सहयोग देंगे।
आलोक गुप्ता, मैनपुरी जिलाध्यक्ष भाजपा