Highway Security: कोहरे में आगरा के हाईवे पर संभल कर चलें, यहा सुरक्षित नही है आप
Highway Security नहीं है संरक्षा के इंतजाम नही हो रही रोड की मरम्मत। दस साल पूर्व दिल्ली आगरा नेशनल हाईवे को छह लेन करने का कार्य शुरू हुआ था। कामायनी के सामने एडीए के साइन बोर्ड उखड़े पड़े हैं तो संकेतक और सफेद पट्टी तक नहीं है।
आगरा, जागरण संवाददाता। मौसम विभाग की चेतावनी है कि सोमवार से शुक्रवार तक शहर घने कोहरे से घिरा रहेगा। आगरा-मथुरा हाईवे पर कोहरे में कदम-कदम पर हादसे का खतरा है। संरक्षा के इंतजाम नाकाफी होने से ऐसा है। लाखों रूपये टोल वसूलने के बाद भी हाईवे पर न तो रोड की मरम्मत की जा रही है न ही विभिन्न स्थानों पर लोहे की टूटी पड़ी रेलिंग को ठीक किया जा रहा है। रुनकता से लेकर सिकंदरा- खंदारी तक हाईवे पर मिट चुकी सफेद पट्टी दोबारा नहीं लगाई गई हैं। निर्माणाधीन आइएसबीटी फ्लाईओवर पर कोई रेडियम टेप नहीं है। इससे रात में हादसे हो रहे हैं। यहा तक कि पुलिस के बेरिकेड्स पर भी कोई रेडियम टेप नहीं। रही सही कसर बिना रिफ्लेक्टर के घूम रहे वाहन पूरी कर रहे हैं।
कामायनी के सामने एडीए के साइन बोर्ड उखड़े पड़े हैं तो संकेतक और सफेद पट्टी तक नहीं है। कई जगह स्ट्रीट लाइट भी बंद पड़ी हैं। कोहरे में यह स्थिति खतरनाक है। कोहरा शुरू हो चुका है, इसके बावजूद अभी तक जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान देने की जहमत नहीं उठाई है।
दस साल पूर्व दिल्ली आगरा नेशनल हाईवे को छह लेन करने का कार्य शुरू हुआ था। यह प्रोजेक्ट वर्ष 2017 तक पूरा होना था लेकिन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएचएआई) मथुरा खंड के अफसरों की लापरवाही के चलते अभी तक चौड़ीकरण का कार्य पूरा नहीं हुआ है। यहां तक संरक्षा के जो इंतजाम होने चाहिए वह भी नहीं किए गए हैं। आईएसबीटी फ्लाईओवर का निर्माण दो साल से चल रहा है पर तीन बार अवधि बढने के बाद भी अभी तक इसका निर्माण पूरा नही हुआ है, जिससे हर पल जाम लगता है। कमिश्नर अमित गुप्ता के हस्तक्षेप पर 31 दिसंबर को इस फ्लाईओवर की खंदारी से सिकंदरा की तरफ की पहली लेन चालू करने का दावा किया गया है। निर्माण भी हो रहा है लेकिन सर्विस रोड अभी तक बदहाल है। यही कारण कि इस सर्विस रोड पर लगातार जाम लगता है। भगवान टाकीज ओवरब्रिज पर एक ओर की सड़क ऊबड़खाबड़ है। संकेतक नदारद हैं। पूरी सड़क पर कहीं सफेद पट्टी तक नहीं है। कोहरे के दौरान इस सफेद पट्टी से ही सड़क के किनारों से दूरी का पता चलता है। वाहनों के ओवरटेक करने के दौरान हादसे का खतरा रहता है। ट्रांसपोर्ट नगर के पास सर्विस रोड की लोहे की रेलिंग टूटी पड़ी है। कुछ आगे जाने पर डिवाइडरों के पास ही वजनी पत्थर पड़े हुए हैं। वाहन साइड से निकलने पर पत्थरों से टकराने का खतरा बना रहता है। कामायनी कट के समीप एडीए के साइन बोर्ड का बीच का हिस्सा ही गायब है। टिनशेड के टुकड़े कभी भी वाहन चालकों पर गिरकर हादसे का कारण बन सकते हैं। हाईवे पर सिकंदरा से खंदारी तक कई स्थानों पर विद्युत पोल आधे झुके हैं। कई स्थानों पर संकेतक तक नहीं हैं।
शीघ्र हाईवे के अधिकारियों के साथ इस मार्ग का निरीक्षण किया जाएगा ताकि रोड पर संरक्षा के इंतजाम बेहतर हो।
प्रभु एन सिंंह डीएम