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Hello Doctor: बदलते मौसम में रहना स्‍वस्‍थ तो रखें इन बातों का खास ध्‍यान Agra News

दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में फिजीशियन डॉ. नगेंद्र सिंह चौहान ने पाठकों के सवालों के जवाब दिए।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Fri, 04 Oct 2019 07:45 PM (IST)Updated: Fri, 04 Oct 2019 07:45 PM (IST)
Hello Doctor: बदलते मौसम में रहना स्‍वस्‍थ तो रखें इन बातों का खास ध्‍यान Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। वायरल संक्रमण में शरीर में टूटन और बुखार आ रहा है, बुखार ठीक होने के बाद खांसी परेशान कर रही है। वहीं, तनाव के चलते की गेस्ट्राइटिस की समस्या बढ़ी है। यह सब बदलते मौसम की वजह से हो रहा है। इस मौसम में खानपान का विशेष ध्यान रखें। दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में फिजीशियन डॉ. नगेंद्र सिंह चौहान ने पाठकों के सवालों के जवाब दिए।

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सवाल : शरीर में टूटन हो रही है, बुखार बार-बार आ रहा है।

जवाब : वायरल संक्रमण में बुखार के साथ शरीर में टूटन की समस्या हो रही है, इसमें पैरासीटामोल ही दी जाती है। पानी खूब पीएं, घर का बना हुआ खाना खाएं, यह कुछ दिन में ठीक हो जाएगा।

सवाल: वायरल बुखार आया था, अब खांसी नहीं जा रही है।

जवाब: इस बार वायरल संक्रमण में बुखार ठीक होने के बाद खांसी नहीं जा रही है, यह समस्या 10 से 15 दिन तक रह सकती है। इससे परेशान न हों, इसके बाद भी खांसी ठीक नहीं होती है तो डॉक्टर से परामर्श ले लें।

सवाल: बुखार उतर जाता है, कुछ देर बाद दोबारा आ जाता है।

जवाब: यह वायरल बुखार हो सकता है, तीन से पांच दिन तक बुखार रहता है। डॉक्टर के परामर्श के बिना दवा न लें।

सवाल: मोटापा है और चिड़चिड़ेपन की समस्या होने लगी है।

जवाब: थायरॉयड की जांच करा लें, इसके कारण भी मोटापा और चिड़चिड़ेपन की समस्या हो सकती है।

सवाल: तेज बुखार और सांस फूल रही है, यह स्वाइन फ्लू तो नहीं है।

जवाब: स्वाइन फ्लू भी वायरल संक्रमण है, सामान्य वायरल की तरह स्वाइन फ्लू में भी तेज बुखार आने के साथ सांस फूलती है, इसकी जांच करा लें। जांच से ही सही पता चल सकता है।

सवाल: एसिडिटी की समस्या रहती है, भूख कम लगती है।

जवाब: चिकनाई युक्त भोजन का सेवन करने के साथ तनाव से भी गेस्ट्राइटिस की समस्या हो रही है। जीवनशैली में बदलाव और दवाओं से यह नियंत्रित हो सकता है।

बढ़ रहा इन्फेक्टिव और स्ट्रेस गेस्ट्राइटिस

मौसम के बदले मिजाज के साथ दूषित पानी से इन्फेक्टिव गेस्ट्राइटिस की समस्या बढ़ी है, इससे पेट में जलन और उल्टी-दस्त हो रहे हैं। वहीं, तनाव के कारण होने वाली गेस्ट्राइटिस में पेट में जलन होती है। इस मौसम में घर का बना ही खाना खाएं, रात को सोने से दो घंटे पहले खाना खा लें।

बुजुर्गों और बच्चों को खतरा

इस मौसम में वायरल संक्रमण फैलने का खतरा बुजुर्गों और बच्चों को रहता है। वहीं, मधुमेह रोगी और जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कम है, उनमें वायरल संक्रमण फैलने की आशंका रहती है।

इन्होंने पूछे सवाल

संजय माथुर, चंद्राहास यादव, रविकांत, सनी, रमेश प्रसाद शर्मा, राधा मोहन सिंह, अनीता वर्मा, प्रेम किशोर, राहुल ओझा, विपिन, राजीव शर्मा।

प्रोफाइल

एमबीबीएस - 1990 एसएन मेडिकल कॉलेज

एमडी - 2001 जीआरएमसी ग्वालियर

डॉ. नगेंद्र सिंह चौहान, फिजीशियन  


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