जरूरी है ये खबर, 28 को बना रहे हैं वृंदावन जाने का प्लान तो रोक लें अपने कदम Agra News
28 नवंबर को वृंदावन में करीब साढ़े तीन घंटे रुकेंगे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद। बांके बिहारी के भक्त भी रहेंगे राष्ट्रपति के आगमन से प्रभावित।
आगरा, जेएनएन। 28 नवंबर को अगर वृंदावन जाने का विचार कर रहे हैं तो बेहतर रहेगा कि अपने कदमों को रोक लें या दोपहर बाद जाने का विचार करें। इसके पीछे कारण है 28 नवंबर की सुबह से दोपहर तक करीब साढ़े तीन घंटे का राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के रुकने का कार्यक्रम।
इस दौरान वे 10:55 बजे बांके बिहारी मंदिर भी दर्शन करने के लिए जाएंगे। करीब 20 मिनट तक वे यहां रुकेंगे। राष्ट्रपति आगमन के चलते सुरक्षा दृष्टिकोण्ा से आवागमन तो प्रभावित रहेगा ही साथ ही मंदिर के दर्शन भी भक्तों के लिए दर्शन भी उस दौरान रोक दिए जाएंगे।28 नवंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार 28 नवंबर को वृंदावन में करीब साढ़े तीन घंटे तक रहेंगे। वह सुबह 9.50 बजे अक्षयपात्र स्थित हेलीपैड पर पहुंचेंगे। हेलीपैड पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राष्ट्रपति की अगवानी करेंगे। यहां से राष्ट्रपति आरके मिशन पहुंचेंगे। रामकृष्ण मिशन सेवाश्रमम अस्पताल के नए शारदा ब्लॉक का लोकार्पण करेंगे। यहां सभा को संबोधित करने के बाद वे बांकेबिहारी मंदिर दर्शन के लिए जाएंगे। इसके बाद 11:25 बजे निकुंजवन आश्रम में वह संत विजय कौशल से मिलकर आशीर्वाद लेंगे। यहां से अक्षयपात्र में केंद्रीयकृत मिड डे मील रसोई का निरीक्षण करेंगे। दोपकर 2:20 बजे राष्ट्रपति वृंदावन से हेलीकॉप्टर द्वारा आगरा के लिए रवाना हो जाएंगे। आगरा खेरिया एयरपोर्ट 2:50 बजे पहुंच कर ठीक तीन बजे यहां से रवाना हो जाएंगे। राष्ट्रपति के आगमन के दौरान वृंदावन शहर का रूट प्लान परिवर्तित रहेगा। इसके चलते बाहर से आने वाले दर्शनार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
ये है बांके बिहारी जी के दर्शन का समय
29 अक्टूकर को बदले गए शीतकालीन दर्शन समय के अनुसार सुबह 8.45 से एक बजे तक बांके बिहारी जी के पट खुलते हैं। सुबह 8.55 पर श्रृंगार आरती, दोपहर 12.55 बजे राजभोग आरती होती है।
शाम को 4.30 बजे से दोबारा दर्शन के लिए पट खुलते हैं। 7.30 बजे शयन भोग होता है। इसके बाद आठ बजे से ठा. बांकेबिहारी भक्तों को दर्शन देते हैं। 8.25 बजे शयन भोग आरती के दर्शन भक्त करतेे हैं।