कैसे ली जाए सांस, आगरा की हवा हुई बहुत खराब, ये हुआ AQI का स्तर Agra News
314 दर्ज किया गया एक्यूआइ देश में 10वें स्थान पर रही ताजनगरी। छह गुना से अधिक अति सूक्ष्म कण 34 गुना कार्बन मोनोऑक्साइड।
आगरा, जागरण संवाददाता। मंगलवार को लगातार तीसरे दिन आगरा में वायु गुणवत्ता बहुत खराब स्थिति में दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 314 दर्ज किया गया। वायु प्रदूषण बढ़ा होने की मुख्य वजह अति सूक्ष्म कणों (पीएम2.5) की मात्रा अधिक होना रहा।
सीपीसीबी द्वारा प्रतिदिन ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशनों पर एकत्र आंकड़ों के आधार पर विभिन्न शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की जाती है। संजय प्लेस स्थित ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशन पर एकत्र आंकड़ों के आधार पर मंगलवार को आगरा में एक्यूआइ 314 दर्ज किया गया। सीपीसीबी की गाइडलाइन के अनुसार यह बहुत खराब स्थिति है। वायु गुणवत्ता एक्यूआइ 0-50 तक रहने पर अच्छी, 51-100 तक रहने पर संतोषजनक, 101-200 तक रहने पर मध्यम, 201-300 तक रहने पर खराब और 301-400 तक रहने पर बहुत खराब रहती है।
यहां अति सूक्ष्म कणों की अधिकतम मात्रा 378 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक दर्ज की गई। यह मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के छह गुना से भी अधिक रही। कार्बन मोनोऑक्साइड की अधिकतम मात्रा 136 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई। यह मानक चार माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर का 34 गुना रही। इसके चलते ताजनगरी में दृश्यता प्रभावित रही और अति सूक्ष्म कणों की मात्रा अधिक रहने से बुजुर्गों, दमा व श्वसन रोगियों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। आगरा देश के प्रदूषित शहरों में 10वें स्थान पर रहा, जबकि वो रविवार व सोमवार को 12वें स्थान पर रहा था।
यह रही प्रदूषक तत्वों की स्थिति
प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत
कार्बन मोनोऑक्साइड, 1, 136, 74
नाइट्रोजन डाइ-ऑक्साइड, 38, 93, 79
सल्फर डाइ-ऑक्साइड, 21, 60, 29
ओजोन, 7, 14, 8
अति सूक्ष्म कण, 146, 378, 314
किस दिन क्या रही स्थिति
तिथि, एक्यूआइ
छह जनवरी, 318
12 जनवरी, 325
13 जनवरी, 326
14 जनवरी, 314
यह शहर रहे प्रदूषित
क्रम, शहर, एक्यूआइ
1, मुरादाबाद, 371
2, मुजफ्फरपुर, 365
3, गाजियाबाद, 363
4, ग्रेटर नोएडा, 360
5, बुलंदशहर, 359
6, नोएडा, 358
7, कानपुर, 353
8, हावड़ा 335
9, तलचेर, 323
10, आगरा, 314