BSA का बाबू रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार, एंटी करप्शन टीम ने की कार्रवाई Agra News
किरावली विकास खंड के अछनेरा ब्लॉक में तैनात है बाबू प्रबल दुबे। प्रधानाध्यपक से मांग रहा था दस हजार रुपए की रिश्वत।
आगरा, जागरण्ा संवाददाता। बेसिक शिक्षा कार्यालयम में दो दिन पहले लगी आग की राख में उठेे भ्रष्टाचार के काले धुंए को रिश्वतखोरी की एक और घटना ने स्याह कर दिया है। शुक्रवार दोपहर किरावली विकास खंड के अछनेरा ब्लॉक के शिक्षा विभाग में तैनात बाबू प्रबल दुबे को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
दरअसल अछनेरा ब्लॉक के गांव गरिमा के प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यपक शैलेंद्र कुमार सिंह ने शिकायत की थी कि बाबू प्रबल दुबे एरियर बनाने के बदले उनसे दस हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है। शिकायत पर संज्ञान करते हुए शुक्रवार को एंटी करप्शन की टीम ने कार्रवाई की और बाबू को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एंटी करप्शन टीम ने अछनेरा थाने में बाबू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
बीएसए दफ्तर में आंच की जांच
बीएसए दफ्तर के जिस कमरे में आग के बाद फाइलें स्वाहा हुई थीं, उसे करीब 36 घंटे से अधिक समय बीतने के बाद अंतत: सील कर दिया गया। बीएसए ऑफिस के मुख्य गेट पर गुरुवार को भी ताला लटका रहा। बुधवार को अवकाश के कारण यहां ताला लगा था लेकिन कर्मचारी बीच-बीच में अंदर आ जा रहे थे। अब यहां पुलिस का पहरा भी बिठा दिया गया है। जिस कमरे में मंगलवार को आग लगी थी, उसकी खिड़की पर गुरुवार दोपहर प्लाई लगवा दी गई। दूसरी तरफ डॉक्यूमेंट जलने से परेशान शिक्षक कार्यालय का चक्कर काटते रहे।
गुरुवार सुबह बीएसए ऑफिस खुलने पर कर्मचारी और बीएसए पहुंचे थे, मगर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बैनर तले शिक्षकों ने घेराव कर मुख्य द्वार के चैनल पर ताला लगा दिया। बाद में बीएसए और बाबू वहां से चले गए। इसके बाद पहुंची पुलिस ने बीएसए ऑफिस के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया। बुधवार की तरह गुरुवार को भी बड़ी संख्या में शिक्षक बीएसए ऑफिस पहुंचे। उन्हें नियुक्ति के बाद जमा किए गए अपने ऑरिजनल डॉक्यूमेंट के आग में जलने की चिंता सता रही है। इससे वो काफी परेशान हैं। वो जानना चाहते हैं कि उनके डॉक्यूमेंट सही-सलामत हैं या नहीं, मगर जानकारी देने वाला कोई नहीं है।
कयासों और चर्चाओं का दौर
बीएसए ऑफिस में हुई आगजनी के उपरांत शिक्षा विभाग के सभी कार्यालयों में चर्चाओं व कयासों का दौर जारी है। बाबुओं या जांच में फंसे शिक्षकों में से आग किसने लगाई होगी, इसी पर माथापच्ची में कर्मचारी जुटे हैं।