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Webinar: शासन तय करेगा Online या Offline हों परीक्षाएं, छात्र रहें तैयार

Webinar आंबेडकर विवि के छात्र-छात्रा संवाद कार्यक्रम में आवासीय परिसर के विद्यार्थियों ने रखी समस्याएं और सुझाव। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही कुलपति ने दिया समाधान का आश्वासन।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 09:30 AM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 09:30 AM (IST)
Webinar: शासन तय करेगा Online या Offline हों परीक्षाएं, छात्र रहें तैयार
Webinar: शासन तय करेगा Online या Offline हों परीक्षाएं, छात्र रहें तैयार

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विवि द्वारा विद्यार्थियों और शिक्षकों के बीच संवाद कायम करने के लिए एक अनूठा प्रयास किया गया। छात्र-छात्रा संवाद नाम से वेबीनार का आयोजन किया गया, जिसमें आवासीय परिसर में संचालित तमाम पाठ्यक्रमों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। अपनी समस्याएं रखीं और कुलपति व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उनका समाधान किया गया।

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ऑनलाइन अध्ययन के अनुभव किए साझा

इस संवाद कार्यक्रम का आयोजन वर्तमान परिस्थितियों में शिक्षा एवं अध्ययन की दिशा और स्वरुप कैसा हो, सेमेस्टर प्रणाली में परीक्षा का स्वरुप कैसा हो और समग्र रुप से भी उच्च शिक्षा व्यवस्था के संबंध में विद्यार्थियों के विचार जानने हेतु किया गया. वेबिनार में विभिन्न बिन्दुओं पर विद्यार्थियों ने अपनी समस्या सामने रखीं। सवाल पूछने वालों में आईईटी से राम नारायण, डीडीआईई से अभिराज चौधरी, स्कूल ऑफ लाइफ साइंस से सलमान खान, इंस्टीट्यूट ऑफ होम साइंस से श्रीजी अग्रवाल, एसपीसीजेआईएम से सुरभि परवार, कंप्यूटर साइंस से रोहित गुप्ता, कंप्यूटर सेंटर से उर्मिका कुलश्रेष्ठ, फिजिक्स विभाग से अर्पित स्वरुप माथुर, रसायन विज्ञान विभाग से विनीता कुमारी, फार्मेसी से विकास यादव आदि ने ऑनलाइन अध्ययन के अनुभवों को साझा किया।

ऑननलाइन परीक्षाओं में होगी समस्या

विद्यार्थियों ने यह सुझाव दिया कि परीक्षाएं ऑफलाइन कराई जाएं। ऑनलाइन परीक्षा कराने में इंटरनेट की समस्या, कनैक्टविटी, कम्प्यूटर, लैपटॉप न होने की समस्या बताई। परीक्षा का स्वरुप कैसा होगा, प्रयोगात्मक परीक्षा कैसे होगी आदि जिज्ञासाओं के संबंध में प्रश्न किये गये। एनएसएस के डा.राम वीर चौहान ने कोविड 19 में स्वयंसेवकों द्वारा आवश्यक सामग्री वितरण तथा जागरूकता अभियान की प्रशंसा की। वित्त अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने अपने स्तर की छात्रों की समस्या के समाधान हेतु अपनी ऑफिशयल वेवसाईट पर ई-मेल द्वारा निस्तारण किये जाने की बात कही। परीक्षा नियंत्रक डा. राजीव कुमार ने परिस्थितियों को ध्यान में रख कर सभी प्रकार की परीक्षा हेतु तैयार रहने के लिए छात्रों को प्रोत्साहित किया। कुलसचिव डा. अंजनी कुमार मिश्र ने विश्वास दिलाया कि वे सबके साथ मिलकर एक टीम वर्क के साथ विश्वविद्यालय की उन्नति हेतु कार्य करेंगे।

विवि हमेशा आपके साथ है

वेबीनार की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने बताया कि विद्यार्थियों के साथ संवाद कार्यक्रम केवल आंबेडकर विवि द्वारा ही कराया गया है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की इच्छा में ही मेरी इच्छा है। विद्यार्थी मेहनत करें, परिणाम हम देगें।जब तक शासन का निर्देश नहीं होगा, तब तक ऑनलाइन परीक्षा नहीं होगी। आवासीय संस्थानों में परीक्षा से पूर्व कुछ समय के लिए कक्षाएं भी चलायीं जाएंगी। शुल्क की समस्या को अधिकार क्षेत्र से बाहर बताते हुए छात्रों द्वारा शासन को पत्र लिखने का सुझाव दिया साथ ही शासन के निर्देशानुसार आगे कार्य किये जाने का आश्वासन भी दिया। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. ब्रजेश रावत ने धन्यवाद ज्ञापित किया। आईईटी के निदेशक प्रो. वीके सारस्वत ने तकनीकी सहायता प्रदान की और वेबीनार के संचालन में सहयोग दिया। वेबीनार का संचालन चीफ प्रॉक्टर प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने किया ।

लैंगिक असमानता की सोच को बदलना ही होगा

आंबेडकर विवि के गृह विज्ञान संस्थान व आंतरिक गुणवत्ता मूल्यांकन सेल द्वारा लिंग संवेदीकरण: समय की आवश्यकता विषय पर राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। वेबीनार में वक्ताओं ने लैगिंक असमानता पर अपने विचार रखे। वेबीनार की अध्यक्षता कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने की। उन्होंने कहा कि विश्व प्रगति के लिए स्त्री-पुरुष के साथ अब तीसरे लिंग को भी साथ चलने की जरूरत है। प्रो. मित्तल ने कहा कि लैगिंक असमानता केवल सि्त्रयों या घरेलू कामों तक ही सीमित नहीं है। महिलाओं को घरेलू और यौन हिंसा का सामना करने के साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, कार्यस्थल, कम वेतन, असमान अवसरों को भी झेलना होता है। अब इस सोच को बदलने का वक्त आ गया है। माहौल बदल तो रहा है लेकिन रफ्तार काफी धीमी है।

न्यूज लिंक की भाषा सिंह ने लिंग असमानता पर अपने विचार और समाधान रखे। भुवनेश्वर की डीसीपी सागरिका नाथ ने घर तथा कार्यस्थल पर लैगिंक असमानता पर अपने विचार रखे। इग्नू के प्रो. हिमाद्री राय ने लिंग संवेदीकरण में शिक्षक की भूमिका पर बात की। उप्र राज्यपाल के पूर्व कानूनी सलाहकार डा. अरविंद मिश्रा ने भी इस विषय पर अपने विचार रखे। वेबीनार का संयोजन संस्थान की निदेशक प्रो. सुनंदा खन्ना तथा प्रो. अजय तनेजा ने किया। 


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