आगरा किले के अमर सिंह गेट का होगा संरक्षण, जानिए कैसे
खराब पत्थरों को बदला जाएगा किले में इसी गेट से मिलता है सैलानियों को प्रवेश
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा किला के अमर सिंह गेट का संरक्षण किया जाएगा। खराब हो चुके पत्थर बदले जाएंगे। इनमें फर्श के साथ दीवार पर लगे पत्थर भी शामिल हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया है। संरक्षण का काम अगले वित्तीय वर्ष में किया जाएगा।
आगरा किला के वर्तमान में दो प्रवेशद्वार हैं। बिजलीघर चौराहे की तरफ स्थित दिल्ली गेट सेना के अधिकार क्षेत्र में है। वहां से पर्यटकों को प्रवेश नहीं दिया जाता। सैलानियों को अमर सिंह गेट से ही स्मारक में प्रवेश मिलता है। यहां समय के साथ खराब हुए या निकल चुके पत्थरों को लगाया जाएगा। दरअसल, यहां के पत्थर घिसने और टूटने से सैलानियों को काफी दिक्कत होती है। एएसआइ ने इसका प्रस्ताव तैयार कर दिल्ली मुख्यालय भेजा था, जहां से काम की अनुमति मिल गई है। इस पर करीब 20 लाख रुपये की लागत आएगी। नए वित्तीय वर्ष में यहां काम शुरू होगा। फेसिलिटेशन सेंटर का काम अटका
आगरा किला पर एएसआइ द्वारा पर्यटकों की सुविधा को स्मारक के बाहर फेसिलिटेशन सेंटर का काम जगह उपलब्ध नहीं हो पाने से अटक गया है। मुख्यालय ने नेशनल प्रोजेक्ट्स कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनपीसीसी) को इसकी जिम्मेदारी दी थी। वो टिकट विंडो के बराबर में पक्का फेसिलिटेशन सेंटर बनाना चाहता था। यहां पर्यटकों को लॉकर रूम की सुविधा सामान रखने को दी जाती। यह जगह रक्षा संपदा की है। उसने स्थायी निर्माण की अनुमति देने से इन्कार कर दिया, इससे काम अटक गया। एएसआइ ने भी टिकट विंडो स्थायी न बनकर फेब्रिकेटेड शीट से बना रखी हैं। इन्हें कभी भी हटाया जा सकता है।