हो जाएं सावधान, Brain पर वार कर रहा मिठाई की सुंदरता बढ़ाने वाला ये जहर Agra News
मिष्ठान विक्रेता मिठाई पर लगा रहे एल्यूमीनियम का वरक। एफएसडीए की रिपोर्ट से हुआ पर्दाफाश।
आगरा, जागरण संवाददाता। अगर आप मिठाई खरीदने जा रहे हैं, तो सावधान हो जाएं। बर्फी का सेवन कहीं आपके ब्रेन को कमजोर न कर दे। तमाम मिष्ठान भंडारों में मिठाई पर एल्यूमीनियम का वरक लगाया जा रहा है। उप्र खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की लैब रिपोर्ट से यह सामने आया है और मिठाई में मिलावट की पोल खुली है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने वित्तीय वर्ष 2017-18 में जिले में722 स्थानों पर कार्रवाई की थी। यहां से करीब आठ सौ नमूने लिए गए थे। इनमें 63 फेल हो गए। जिन मिठाइयों के नमूने फेल हुए हैं उनमें शरीर को हानि पहुंचाने वाली कई चीजों की मिलावट सामने आई है। मां भगवती स्वीट्स की बर्फी और फतेहपुर सीकर स्थित दीपक गुप्ता की काजू कतली पर चांदी की जगह एल्यूमीनियम का वरक लगा पाया गया है। चिकित्सकों के मुताबिक एल्यूमीनियम के वरक का सेवन करने से ब्रेन की नसें कमजोर हो जाती हैं। इसके अलावा किडनी और लीवर के लिए यह बहुत ही घातक है। चिकित्सकों का कहना है कि डायबिटीज बढऩे का सबसे बड़ा कारण भोजन में मिलावट ही है।
नमूनों की रिपोर्ट पर गौर करें तो मस्टर्ड ऑयल में भी मिलावट पाई गई है। जिससे घातक बीमारी हो सकती है। इसके अलावा ऐसी ढेर सारी खाद्य सामग्र्री हैं, जिनमें सिंथेटिक कलर का प्रयोग किया जा रहा है। इसके सॉस से लेकर रंगीन पेठा तक अनेक उदाहरण हैं। सब्जी में प्रयोग होने वाले मसाले भी खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण अधिनियम के नियमों खरा नहीं उतर रहे।
फेल नमूना, लगा जुर्माना
जो नमूने लैब में मानक पूरा नहीं करते हैं, उन्हें बनाने वालों के खिलाफ वाद दायर किया जाता है। नियमानुसार कारोबारी पर अधिनियम की धाराओं में कार्रवाई के बाद जुर्माना लगाया जाएगा।
विशेषज्ञ की राय
खाद्य पदार्थ के माध्यम से एल्यूमीनियम का सेवन करने पर ब्रेन की नस कमजोर हो जाती हैं। इसके साथ ही आवाज, लीवर और किडनी भी प्रभावित होती है।
डॉ. अरविंद जैन, वरिष्ठ फिजिशियन