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बहुत खराब स्थिति में पहुंच चुकी है ताजनगरी में हवा, 325 हुआ एक्‍यूआई Agra News

सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार देश में 12 वें स्थान पर रहा आगरा। अति सूक्ष्म कणों की मात्रा बढ़ी।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sun, 12 Jan 2020 06:12 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jan 2020 06:12 PM (IST)
बहुत खराब स्थिति में पहुंच चुकी है ताजनगरी में हवा, 325 हुआ एक्‍यूआई Agra News
बहुत खराब स्थिति में पहुंच चुकी है ताजनगरी में हवा, 325 हुआ एक्‍यूआई Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में वायु गुणवत्ता रविवार को बहुत खराब स्थिति में पहुंच गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 325 दर्ज किया गया। यहां अति सूक्ष्म कणों की मात्रा बढऩे की वजह से वायु गुणवत्ता इतनी खराब स्थिति में पहुंची। आगरा देश का 12वां सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा।

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सीपीसीबी द्वारा ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशनों पर एकत्र आंकड़ों के आधार पर देश के विभिन्न शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की जाती है। संजय प्लेस स्थित ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशन पर एकत्र आंकड़ों के अनुसार रविवार को आगरा में एक्यूआइ 325 दर्ज किया गया। यह शनिवार के एक्यूआइ 265 से अधिक था। सीपीसीबी के अनुसार वायु गुणवत्ता एक्यूआइ 0-50 तक रहने पर अच्छी, 51-100 तक रहने पर संतोषजनक, 101-200 तक मध्यम, 201-300 तक रहने पर खराब और 301-400 तक रहने पर बहुत खराब रहती है।

रविवार को अति सूक्ष्म कणों की अधिकतम मात्रा 479 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गई। यह मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के आठ गुना से भी अधिक है। वायु गुणवत्ता की दृष्टि से यह खतरनाक स्थिति है। इस स्थिति में अधिक समय तक रहने पर श्वसन रोग हो सकते हैं। कार्बन मोनोऑक्साइड की अधिकतम मात्रा 118 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई। यह मानक चार माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के 29 गुना से अधिक रही।

सीपीसीबी के प्रभारी अधिकारी कमल कुमार ने बताया कि हवा का बहाव कम होने की वजह से वायु गुणवत्ता बहुत खराब स्थिति में पहुंची है। प्रदूषक तत्व हवा में घुलने के बाद स्थिर हो गए हैं। तेज हवा चलने या बारिश होने पर इनसे राहत मिल सकती है।

318 तक पहुंचा था एक्यूआइ

छह जनवरी को आगरा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 318 तक पहुंच गया था। उस दिन अति सूक्ष्म कणों (पीएम2.5) का अधिकतम स्तर 500 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया था, जो खतरनाक स्थिति है।

यह रही प्रदूषक तत्वों की स्थिति

प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत

कार्बन मोनो-ऑक्साइड, 6, 118, 90

नाइट्रोजन डाइ-ऑक्साइड, 52, 106, 86

सल्फर डाइ-ऑक्साइड, 14, 47, 26

ओजोन, 6, 61, 10

अति सूक्ष्म कण, 173, 479, 325

क्रम, शहर, एक्यूआइ

1, बल्लभगढ़, 421

2, ग्रेटर नोएडा, 377

3, गाजियाबाद, 374

4, नोएडा, 370

5, मुरादाबाद, 366

6, बुलंदशहर, 364

7, कानपुर, 359

8, लखनऊ, 357

मेरठ, 357

9, फरीदाबाद, 350

10, दिल्ली, 348

11, वाराणसी, 336

12, आगरा, 325 


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