टीम, गोल और ड्रॉ पर बुकी की 'किक'
आगरा: आइपीएल में करोड़ों कमाने के बाद सटोरियों ने अब फुटबॉल मैच पर संट्टा लगाना शुरू कर दिया है। फुटबाल मैच में गोल, ड्रा पर संट्टा लगाया जा रहा था।
जागरण संवाददाता, आगरा: आइपीएल में करोड़ों कमाने के बाद सटोरियों ने अब फुटबॉल मैच पर सट्टे का कारोबार शुरू कर दिया था। टीम, गोल और ड्रॉ पर किक लगाने वाले बुकी की जानकारी होने पर शनिवार देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
क्रिकेट मैच में सट्टे की बुक चलाने वाला श्याम बोहरा नोएडा में गिरफ्तारी के बाद पंद्रह दिन जेल में रहा। उसके बाद भी वह आगरा में नहीं आया। वह फोन से ही आगरा समेत अन्य शहरों के सटोरियों के संपर्क में था। आइपीएल खत्म होने के बाद जब फीफा वर्ल्ड कप शुरू हुआ तो उसने इसमें सट्टे का एक्सचेंज बना लिया। www.द्दड्डद्वद्ग3.ह्यद्बह्लद्ग पर छोटे बुकियों को जोड़कर वह फुटबॉल मैच में सट्टा लगवाने लगा। इसमें मैच खेलने वाली टीम की जीत हार के अलावा हर गोल और मैच ड्रॉ होने पर सट्टा लगवाया जा रहा था। श्याम बोहरा के मोबाइल से शहर के कई सटोरियों से उसके लेनदेन का हिसाब पुलिस को मिल गया है। अब ये सटोरिये भी पुलिस की जांच की जद में होंगे।
बोहरा के मोबाइल में मिले इन सटोरियों के नाम
श्याम बोहरा ने अपने मोबाइल से पार्टनर चीकू को आगरा के सटोरियों के यूजर नेम और उनके पासवर्ड वाट्सएप पर भेजे थे। ये ऑनलाइन एक्सचेंज पर डालने से बुकियों को बुक करने का अधिकार मिल गया। जिन बुकियों के बोहरा ने चीकू को लॉगिन आइडी पासवर्ड भेजे थे, उनमें अंकुश, बिट्टू, सोनू और एसएसबी नाम थे। इनमें सभी की क्रेडिट लिमिट तय की गई थी। अंकुश की लिमिट 50 लाख, बिट्टू की 10 लाख, सोनू की 10 लाख और एसएसबी की एक करोड़ की लिमिट थी।
एक दिन में 18 लाख का हिसाब
श्याम बोहरा के मोबाइल में शुक्रवार का कुछ हिसाब भी मिला। इसमें करीब 18 लाख रुपये के लेनदेन की बात सामने आई हैं। इसमें हर व्यक्ति के नाम के आगे डेढ़ लाख रुपये से लेकर दस लाख रुपये तक लिखे हुए हैं। पुलिस जांच कर रही है कि ये रकम उसके पास आई थी या संबंधित लोगों की बोहरा पर निकल रही है। ये लोग कौन हैं? इसकी भी जानकारी की जा रही है।
जमानतदार और पैरवी करने वालों पर भी कसेगा शिकंजा
इस बार श्याम बोहरा पर पुलिस कड़ा शिकंजा कसने जा रही है। एसएसपी अमित पाठक ने बताया है कि अब श्याम बोहरा के जमानतदार और पैरवी करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी के तबादले की खबर को लेकर रखी थी पार्टी
शनिवार को प्रदेश में एसएसपी अमित पाठक के एसएसपी लखनऊ बनने की खबर तेजी से फैली थी। श्याम बोहरा को जब यह पता चला तो उसने अपने सटोरिये दोस्तों के साथ होटल में पार्टी की योजना बना ली। वह दिल्ली से यहां आ गया। मगर, बाद में यह साफ हो गया कि एसएसपी अमित पाठक यहीं रहेंगे। इसके बाद पार्टी नहीं हुई। वह अपने घर की ओर जा रहा था, तभी पुलिस की गिरफ्त में आ गया। बोहरा के मोबाइल में भी एसएसपी के तबादले संबंधी संदेश मिले हैं।
पुलिस के हाथ जोड़ने से शक के घेरे में आया बोहरा
चेकिंग के दौरान पुलिस ने श्याम बोहरा की गाड़ी रोक ली। मगर, कोई पुलिसकर्मी उसे नहीं पहचानता था। वे केवल उसकी गाड़ी चेक करने के लिए रोक रहे थे। न रोकने पर जब बैरियर डालकर उसकी गाड़ी रोकी गई तब तक भी किसी को नहीं पता था कि वह सटोरिया है। मगर, उसने गाड़ी से उतरकर जैसे ही पुलिस के हाथ जोड़े तो शक पैदा कर दिया। लग्जरी गाड़ी से चलने वाला यूं ही हाथ जोड़कर खड़ा नहीं होगा। पुलिस ने गाड़ी की तलाशी ली तो शक सही साबित हो गया।