नकली शराब फैक्ट्री पर छापा, हजारों लीटर बरामद
आगरा: एत्माद्दौला के नगला रामबल में फैक्ट्री में बड़े पैमाने पर नकली शराब बन रही थी। यहां मजदूरों को बंधुआ बनाकर उन्हें फैक्ट्री में काम कराया जा रहा था।
जागरण संवाददाता, आगरा: एत्माद्दौला के नगला रामबल में फैक्ट्री में बड़े पैमाने पर नकली शराब बन रही थी। इसकी पैकिंग गाजीपुर से लाए गए बंधुआ मजदूरों से कराने के बाद शहर और देहात में ठेकों पर बेचा जा रहा था। मंगलवार को पुलिस ने फैक्ट्री पर छापा मारकर एक हजार क्वार्टर के अलावा कई हजार लीटर केमिकल बरामद किया है। मौके से नकली रेपर, होलोग्राम और बोतलें बरामद कीं। पुलिस द्वारा मौके से पकड़े गए 11 लोगों में से आठ नाबालिग हैं। जानकारी होने पर एसपी सिटी और आबकारी विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
न्यू आगरा के ब्रज विहार क्षेत्र में मंगलवार दोपहर को पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक युवक को शराब की पेटी ले जाते पकड़ लिया। इसमें रखी बोतलें टूट गई थीं। पूछताछ करने पर युवक ने बताया कि यह शराब वह नगला रामबल में नकली शराब की फैक्ट्री से लेकर आ रहा था। पुलिस ने अधिकारियों को सूचना देने के बाद एत्माद्दौला थाने के साथ संयुक्त कार्रवाई की। फैक्ट्री के अंदर मौजूद लोगों द्वारा ताला नहीं खोलने पर पुलिस दीवार फांदकर अंदर घुसी।
फैक्ट्री के अंदर नकली शराब बनाने और उसकी पैकिंग का प्लांट लगा था। देसी शराब के ब्रांड मस्ती, फाइटर और विंडीज को बोतलों में भरा जा रहा था। इनके नकली होलोग्राम, रेपर और हजारों खाली बोतलें वहां पड़ी हुई थीं। पुलिस ने एक हजार क्वार्टर, 200 लीटर के 20 ड्रम केमिकल आदि बरामद किए। शराब को बोतलों में भरते 11 लोग हिरासत में लिए। इनमें से आठ नाबालिग हैं। इनकी उम्र 12 से 17 साल के बीच बताई गई है। पूछताछ करने पर तीन आरोपितों सुलेमान, मयंक कुमार और बबलू ने बताया कि उन्हें यहां बंधुआ मजदूर बनाकर रखा गया था। वह सभी गाजीपुर के थाना भावरकोल क्षेत्र के रहने वाले हैं।
एसपी सिटी प्रशांत वर्मा ने बताया देसी शराब को आगरा और आसपास के जिलों में खपाने की जानकारी मिली है। नकली शराब फैक्ट्री के मुख्य आरोपित अरुण और राकेश अग्रवाल जीवनी मंडी निवासी बताए गए हैं। उनकी तलाश की जा रही है।