रैन बसेरा में ठहरा दिए राजस्थान के स्कूली छात्र
रैन बसेरों में अवैध तरीके से लोगों को ठहराने का खेल चल रहा है। बेघरों को बाहर निकाल दिया जाता है। शनिवार शाम को ऐसा ही वाकया राजा की मंडी स्थित रैन बसेरा में हुआ। जहां राजस्थान के स्कूली छात्रों को ठहरा दिया गया। बच्चे आगरा में रविवार को होने जा रही परीक्षा में शामिल होने के लिए आए हैं।
जागरण संवाददाता, आगरा: रैन बसेरों में अवैध तरीके से लोगों को ठहराने का खेल चल रहा है। बेघरों को बाहर निकाल दिया जाता है। शनिवार शाम को ऐसा ही वाकया राजा की मंडी स्थित रैन बसेरा में हुआ। जहां राजस्थान के स्कूली छात्रों को ठहरा दिया गया। बच्चे आगरा में रविवार को होने जा रही परीक्षा में शामिल होने के लिए आए हैं।
आगरा शहर में 13 रैन बसेरे हैं। प्रदेश सरकार के आदेश पर लगातार अभियान चलाकर बेघरों को रैन बसेरों में पहुंचा जा रहा है। शनिवार शाम को झुंझुनू, राजस्थान स्थित इंडियन पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 22 छात्र आगरा पहुंचे। बच्चे कक्षा पांच व छह के छात्र थे। यह सभी रविवार को आर्मी स्कूल में होने जा रही प्रवेश परीक्षा में शामिल होंगे। शिक्षकों ने रैन बसेरा में संपर्क किया तो कर्मचारियों ने उन्हें ठहरने की अनुमति दे दी। एक शिक्षक ने खुद का आधार कार्ड दिखाया। फिर सौदेबाजी हुई। बच्चों को रैन बसेरा के प्रथम तल के कमरों में ठहरा दिया गया। इस बीच कई बेघर रैन बसेरा में पहुंचे तो कर्मचारियों ने उन्हें लौटा दिया। बेघर सड़क के किनारे जाकर लेट गए। राजस्थान के स्कूली छात्रों को ठहराने की शिकायत नगर निगम के अफसरों से की गई। अपर नगरायुक्त विजय कुमार ने बताया कि मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं पार्षद संजय राय का कहना है कि रैन बसेरा बेघरों के लिए खुले हुए हैं, न कि स्कूली छात्रों को ठहराने के लिए।