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खुले में शौच के 10 रुपये, 20 रुपये का मसाला

खंदौली: यमुना एक्सप्रेसवे से होकर अगर आप क ो दिल्ली या आगरा जाना है तो घर से ही खाकर चलें।

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Jul 2018 09:35 PM (IST)Updated: Mon, 02 Jul 2018 09:35 PM (IST)
खुले में शौच के 10 रुपये, 20 रुपये का मसाला

संवाद सूत्र, खंदौली: यमुना एक्सप्रेसवे से होकर अगर आप क ो दिल्ली या आगरा जाना है तो घर से ही खाना और पानी लेकर निकलें। सफर के दौरान रास्ते में कैंटीन के अलावा गाड़ी रोक खाने पीने क ा सामान लिया और शौच को गए तो आपको इसकी अच्छी खासी कीमत अदा करनी पड़ेगी। घटिया किस्म का सामान दो से चार गुनी कीमत में थमा दिया जाएगा। अगर बहस की तो दुकानों पर मौजूद बाउंसर आपके सम्मान को ठेस पहुंचा सकते हैं। ये सब यमुना एक्सप्रेसवे के सुरक्षा गार्डो के संरक्षण में हो रहा है। इसके लिए दुकानदार, बाउंसर और गार्डो को महीनेदारी देते हैं।

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आगरा से नोयडा तक 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेसवे पर जेपी ग्रुप द्वारा अधिकृत कैंटीन की संख्या मात्र तीन है। इसका फायदा उठाकर यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे स्थानीय लोगों ने अवैध रूप से दर्जनों ढाबे और चाय, मसाला की दुकानें सजा लीं। इन पर घटिया गुणवत्ता का सामान दो से चार गुनी कीमत पर मिलता है।

खंदौली क्षेत्र में टोल प्लाजा से थोड़ा आगे नोयडा लेन पर कैंटीन है। यहां फ्रैश होने के लिए यहां आठ सुलभ शौचालय व आठ टॉयलेट बने हैं। इनमें गंदगी रहती है। इधर, कैंटीन के पास यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे खेत में दबंगों ने एक ढाबा खोल रखा है।

सुबह के समय रोजाना आगरा, लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद से करीब दो दर्जन डबल डेकर बस नोयडा जाती हैं। जिनमें सैकड़ों यात्री यात्रा करते हैं। जैसे ही बसें कैंटीन पर रुकती हैं। वैसे ही ढाबे पर मौजूद लड़के ट्रे में ब्रेड पकौड़ा, समौसा, चाय, पेटीज, सिगरेट, मसाला, पानी की बोतल, बिस्किट लेकर आ जाते हैं। पान मसाला की कीमत 20 रुपये वसूल करते हैं। शौच की व्यवस्था बताकर सवारियों को नीचे ले जाते हैं। बोतल में पानी देकर खुले में शौच को भेज देते हैं। इसके एवज में 10 से 20 रुपये लेते हैं। यात्रियों के आनाकानी या बहस करने पर उनके बाउंसर मारपीट कर देते हैं। इसकी शिकायतें यात्रियों ने कई बार पुलिस और यमुना एक्सप्रेसवे के सुरक्षा गार्डो से कीं। सूत्रों की मानें तो ढाबा स्वामी हर महीने सुरक्षा गार्ड और पुलिस को रुपये देते हैं। इसके चलते कार्रवाई तो होती नहीं। यात्रियों को गुमराह कर भेज दिया जाता है।

सुलभ शौचालयों में गंदगी: जेपी ग्रुप के सुलभ शौचालयों में गंदगी के चलते यात्री परेशान रहते हैं। जिसको लेकर आए दिन कर्मचारियों से उनकी झड़पें होती हैं। इसका फायदा भी ढाबे वाले उठाते हैं।

हो रही छवि धूमिल: यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे बने ढाबे स्वच्छ भारत अभियान को ठेंगा तो दिखा ही रहे हैं। यमुना एक्सप्रेसवे पर रोजाना बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक सफर करते हैं। वे यह सब अपने कैमरों में कैद करते देखे जा सकते हैं, जिससे देश की छवि भी धूमिल हो रही है।


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