इनर ¨रग रोड की लैंड स्केपिंग में घपला
आगरा : इनर ¨रग रोड की लैंड स्केपिंग में घपला हुआ है। रोड बनाने के बाद यहां पेड़ लगाये बिना ही एडीए अफसरों ने पैसे के भुगतान कर दिया। कागजों में यहां कीमती पेड़ लगाये जाना बताया है।
जागरण संवाददाता, आगरा : इनर ¨रग रोड की लैंड स्केपिंग में घपला हुआ है। रोड बनाने के बाद कागजों में हरियाली के नाम पर एडीए अफसरों ने लाखों रुपये हजम कर लिए। हकीकत में साढ़े दस किमी लंबे रोड में कहीं पर भी हरियाली नजर नहीं आती है, जबकि रोड को बने दो साल के करीब हो गए हैं।
इंडियन रोड कांग्रेस की गाइड लाइन के अनुसार इनर ¨रग रोड के दोनों किनारों पर पौधे लगने थे। रोड निर्माण व उसकी मरम्मत के साथ ही लैंड स्केपिंग का प्रस्ताव था। यह कार्य एडीए और एचजी इंफ्रॉटेक कंपनी को करना था। सूत्रों के अनुसार एडीए के निर्माण विभाग के अफसरों ने हरियाली की सौदेबाजी कर ली। दिखावे के लिए 100 कनेर के पौधे लगाए गए, जबकि ¨रग रोड के किनारों पर सुंदर लताओं वाले रंगून, क्रीपर, नीम, अशोक सहित अन्य प्रजाति के पौधे लगने थे। एडीए अफसरों ने महंगे पौधों का बिल बनाया, लेकिन पौधे नहीं लगाए गए। दो साल पूर्व लैंड स्केपिंग को लेकर किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। यही वजह है कि वर्तमान में इनर ¨रग रोड के दोनों ओर कोई हरियाली नहीं है। कुछ जगहों पर कनेर के पौधे या फिर कुछ लतादार पौधे नजर आएंगे। उधर, संरक्षा के भी इंतजाम नहीं किए गए हैं। निर्धारित दूरी पर साइनेज नहीं लगाए गए हैं।
अगले सप्ताह निरीक्षण करेगी टीम
जख्मी इनर ¨रग रोड के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो सदस्यीय टीम गठित की गई। टीम में लोक निर्माण विभाग व सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता शामिल हैं। टीम अगले सप्ताह इनर ¨रग रोड का निरीक्षण करेगी। मंडलायुक्त के. राम मोहन राव ने बताया कि टीम को दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
इनर ¨रग रोड की लैंड स्केपिंग में गड़बड़ी से इन्कार नहीं किया जा सकता है। हरियाली का नामोनिशान नहीं है।
राधेश्याम मिश्रा, उपाध्यक्ष एडीए