थाने में फाय¨रग के आरोपितों तक नहीं पहुंच सकी पुलिस
आगरा: थाने में ताबड़तोड़ फाय¨रग की सनसनीखेज घटना के बाद आरोपित फरार हैं।
जागरण संवाददाता, आगरा: थाने में ताबड़तोड़ फाय¨रग की सनसनीखेज घटना के बाद आरोपित फरार हैं।पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी को रात में दो गावों में दबिश दी, लेकिन कोई हाथ नहीं आया। चौबीस घंटे बाद भी पुलिस एक भी आरोपित को नहीं पकड़ सकी है।
मलपुरा थाने में मंगलवार को सुबह बरारा के भागीरथ और उदयभान पक्ष के लोग भिड़ गए। मारपीट के बीच भाजपा नेता अजित चाहर ने अपने पिता की लाइसेंसी पिस्टल से थाने में ताबड़तोड़ फाय¨रग की थी। इसमें धर्मवीर और घनश्याम घायल हो गए। ग्रामीणों ने भाजपा नेता का पीछा किया तो उसने उन पर भी फाय¨रग कर दी। पुलिस ने इस मामले में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया, जिसमें छह लोगों को नामजद किया और इसमें 40 अज्ञात शामिल थे। नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने मंगलवार रात को बरारा और नगला भूरिया में दबिश दी, लेकिन कोई आरोपित हाथ नहीं आया। एसपी पश्चिम अखिलेश नरायण सिंह का कहना है कि आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। वीडियो से आरोपितों को चिह्नित कर रही पुलिस : पुलिस ने थाने में बवाल के दौरान की वीडियो क्लिपिंग हासिल की है। इसके आधार पर ही पुलिस आरोपितों को चिह्नित कर रही है। इसके बाद ही मुकदमे की विवेचना में उनके नाम खोलकर पुलिस कार्रवाई करेगी। सिकंदरा में भी दर्ज है एक मुकदमा
संसू, मलपुरा: अजित के खिलाफ थाना मलपुरा ही नहीं, सिकंदरा में भी मुकदमा दर्ज है। 19 जून 2016 को अजित का आरएसएस पदाधिकारी रहे रामगोपाल काका से विवाद हुआ था। अजित ने आरोप लगाया था कि काका ने उसे गोलियां मारी हैं। उसे भगवान टॉकीज स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मामले में काका ने डीजीपी से गुहार लगाई। इस पर अजित का पुन: मेडिकल परीक्षण हुआ। इसमें पहली मेडिकल रिपोर्ट तथ्यों से परे मिली। इसके बाद डीजीपी के आदेश पर सिकंदरा थाने में ही तीन नवंबर 2016 को अजित, फुफेरे भाई मुकुट समेत पाच अज्ञात लोगों के खिलाफ लूट और छेड़खानी का मुकदमा हुआ था। दोनों मामलों की जाच एसआइएस कर रही है।