हर तरफ तबाही का मंजर
आगरा: तूफान और बारिश से तबाही हुई। मकान ढहे। सैकड़ों घरों से टिन शेड उखड़ गए। मलबों और पेड़ों के नीचे दबकर 16 जानें चली गई।
जागरण संवाददाता, आगरा: तूफान और बारिश से तबाही हुई। मकान ढहे। सैकड़ों घरों से टिन शेड उखड़ गए। मलबों और पेड़ों के नीचे दबकर 16 जानें चली गई।
बुधवार की शाम तबाही लेकर आई। शाम होते ही तूफान शुरू हुआ और तेज बारिश और ओले पड़ने लगे। ऐसे में लोगों को बचने का मौका ही नहीं मिला। शहर की सड़कों पर सैकड़ों पेड़ और बिजली के खंभे गिर पडे़। किसी तरह रात काटने के बाद सुबह किसान जब खेतों की ओर निकले, तो तबाही का मंजर दिख रहा था। जिन खेतों में वह अपनी मेहनत की कमाई छोड़कर आए थे, वह गायब थी। हर ओर पेड़ टूटे व पक्षी मरे हुए थे। कई स्थानों पर पशु भी पड़ों की चपेट में आकर मर गए।
सड़कों पर जब लोग निकले, तो रात की तबाही दिखी। जड़ से उखड़कर गिरे पेड़ों को रास्ते से हटाना भी आसान नहीं था और सभी स्थानों पर एक साथ जेसीबी पहुंचना भी असंभव था। इसलिए कई स्थानों पर शाम तक यातायात बाधित रहा। नामनेर- ईदगाह रोड पर दोपहिया वाहनों का निकलना भी मुश्किल था। दोपहर तक यहां रास्ता बंद रहा। इसके बाद ग्रामीणों ने खुद खाली मैदान से वाहनों को निकलवाया। उन्हें नियंत्रित करने को मोहल्ले के युवक खड़े हो गए। कमोबेश यही हालात शहर के बहुत से इलाकों में रहे।
आगरा क्लब का गेट टूटा
करीब 25 लाख रुपये की लागत से बना आगरा क्लब का गेट टूट गया। इससे क्लब को काफी नुकसान हुआ है। वहीं, डीएम कंपाउंड मोहनपुरा रोड से सटी बाउंड्रीवाल गिर पड़ी। यहां आधा दर्जन से अधिक पेड़ गिरे। एडीएम वित्त एवं राजस्व राकेश कुमार के आवास पर भी पांच पेड़ गिर पड़े। वहीं, जीआइसी ग्राउंड के सामने स्थित डंपिंग यार्ड की दीवार टूट गई। कलक्ट्रेट में बरगद के पेड़ की शाखा व दो पेड़, एडीए कार्यालय के बाहर तीन नीम के पेड़ और तीन अन्य पेड़ गिर पड़े। इससे एडीए कार्यालय का बोर्ड व बिजली के तार टूट गए। दीवार को भी नुकसान पहुंचा। उधर, जीआइसी ग्राउंड में कर्मचारियों के आवास के बाहर पेड़ गिर पड़ा। इससे लोग घरों में नहीं घुस सके। पेड़ों को काटा गया। तब जाकर रास्ता बनाया जा सका।
कलक्ट्रेट और एडीए में जनरेटर हुए खराब
गुरुवार दोपहर कलक्ट्रेट और एडीए में जनरेटर खराब हो गया। इससे कंप्यूटर बंद हो गए। कर्मचारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। फरियादी को दस्तावेजों का प्रिंट आउट नहीं मिल सका।