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श्रमिकों के बच्चे पाएंगे उच्च शिक्षा, मिलेगा खेल अनुदान

औद्योगिक प्रतिष्ठान कारखानों व वाणिज्य अधिष्ठानों के श्रमिकों को मिलेगा लाभ सरकार ने आठ योजनाओं का दिया लाभ पंजीकरण अनिवार्य

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 08:39 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 08:39 PM (IST)
श्रमिकों के बच्चे पाएंगे उच्च शिक्षा, मिलेगा खेल अनुदान

आगरा, जागरण संवाददाता। श्रम विभाग में पंजीकृत औद्योगिक प्रतिष्ठान, कारखानों और वाणिज्य अधिष्ठानों के श्रमिकों के लिए बड़ी खबर है। उनकी सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने को श्रम विभाग ने उन्हें आठ योजनाओं का लाभ दिया है। इसमें उच्च शिक्षा से लेकर खेल अनुदान तक शामिल है।

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उप श्रमायुक्त धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि शासन ने आठ योजनाओं से औद्योगिक प्रतिष्ठानों व कारखानों के श्रमिकों को जोड़ा है। लाभ पाने के लिए ऐसे श्रमिकों को श्रमायुक्त संगठन उप्र की वेबसाइट डब्लूडब्लूडब्लू डाट एसकेपीयूपीलेवर डाट इन पर जाकर आनलाइन आवेदन करना होगा। अब तक सिर्फ निर्माण श्रमिकों को ही इन योजनाओं का लाभ मिलता था। ऐसे करें आवेदन

सहायक श्रमायुक्त पल्लवी अग्रवाल ने बताया कि श्रमिक विभाग की वेबसाइट पर अपना पंजीकरण कराएं, उसका प्रिट निकालकर आवेदन की प्रति कारखाना या औद्योगिक प्रतिष्ठान से सत्यापित कराएं। जांच में सही मिलने पर योजना की राशि श्रमिक के खाते में भेजी जाएगी। - गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार राशि योजना

पंजीकृत श्रमिकों के मेधावी बच्चे को हाईस्कूल, इंटर, स्नातक, परास्नातक की परीक्षा में 60 फीसद या अधिक लाने पर पांच हजार और 75 फीसद या अधिक अंक लाने पर 7500 रुपये मिलेंगे। - डा. एपीजे अब्दुल कमाल

प्राविधिक शिक्षा सहायता योजना: श्रमिकों के मेधावी बच्चों को तकनीकी शिक्षा संस्थानों में डिग्री पाठ्यक्रम के लिए 15 हजार प्रति विद्यार्थी वार्षिक, डिप्लोमा पाठ्यक्रम के लिए 10 हजार रुपये, सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम के लिए सात हजार प्रतिवर्ष मिलेंगे।

- ज्योतिबाफुले कन्यादान योजना:

श्रमिकों की दो पुत्रियों के विवाह के लिए कन्यादान के रूप में 25 हजार रुपये का हितलाभ दिया जाएगा।

- राजा हरिशचंद्र मृतक आर्थिक सहायता योजना:

पंजीकृत श्रमिक की मृत्यु पर उनकी विधवा या आश्रित को 25 हजार रुपये हितलाभ मिलेगा।

- दत्तोंपत ठेगडी मृतक अंत्येष्टि सहायता योजना: पंजीकृत श्रमिक की मृत्यु पर 10 हजार रुपये हितलाभ आश्रित को मिलेगा।

- स्वामी विवेकानंद धार्मिक एवं पर्यटन यात्रा योजना:

श्रमिक व उनके आश्रित (पत्नी अधिकतम दो अविवाहित बच्चे, श्रमिक के माता-पिता, महिला श्रमिक की दशा में सास-ससुर) सहित अधिकतम छह लोग संपूर्ण सेवाकाल में एक बार सुविधा के लिए अधिकतम 12 हजार रुपये दिए जाएंगे।

- चेतन चौहान क्रीड़ा प्रोत्साहन योजना

श्रमिक के ऐसे बच्चे, जिनका चयन जिला, राज्य, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेलों में हुआ हो, उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में जिला स्तर पर 10 हजार, राज्य स्तर पर 25 हजार, राष्ट्रीय स्तर पर 50 हजार और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक लाख रुपये की एकमुश्त राशि दी जाएगी।

- महादेवी वर्मा पुस्तक क्रय धन योजना:

पंजीकृत श्रमिक की दो बेटियां को परास्नातक की शिक्षा के लिए पुस्तक खरीदने के लिए आर्थिक सहायता स्वरुप 7500 रुपये दिए जाएंगे।


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