अर्श हॉस्पिटल की खंगाली जा रही फाइल
आगरा: अर्श हॉस्पिटल के पंजीकरण में 'खेल' की जांच शुरू हो गई है। शनिवार को इस मामले में पड़ताल शुरू हो गई।
जागरण संवाददाता, आगरा: अर्श हॉस्पिटल के पंजीकरण में 'खेल' की जांच शुरू हो गई है। शनिवार को सीएमओ कार्यालय में पंजीकरण की फाइल खंगाली गई। साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और नगर निगम के अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) की भी जांच कराई जा रही है।
18 जनवरी को मरीज की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अर्श हॉस्पिटल, नेहरू नगर में छापा मारा था। डॉक्टर और बिना पंजीकरण के चल रहे हॉस्पिटल को सील कर दिया था, हॉस्पिटल संचालक श्वेता अग्रवाल के खिलाफ थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज कराया गया था। सील करने और मुकदमा दर्ज होने के बाद भी जून में अर्श हॉस्पिटल का पंजीकरण कर दिया गया। जागरण द्वारा शुक्रवार के अंक में 'सील हॉस्पिटल के पंजीकरण में खेल' खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम पंजीकरण की फाइल खंगालने में लगी है। सील खोलने से लेकर पंजीकरण, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और नगर निगम की एनओसी के दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है। हॉस्पिटल के पंजीकरण के लिए जिला प्रशासन ने भी संस्तुति की है। दस्तावेजों में फेरबदल, सील हॉस्पिटल के नाम से ही पंजीकरण करने का खेल किया गया है। सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स ने बताया कि पंजीकरण की फाइल की जांच कराई जा रही है। साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और नगर निगम द्वारा जारी की गई एनओसी के बारे में भी जवाब मांगा जाएगा।
आइएमए द्वारा अवैध रूप से चल रहे हॉस्पिटल को बंद कराने की मांग की जा रही है। अर्श हॉस्पिटल को सील करने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई, उसका पंजीकरण कर दिया गया। इसका विरोध किया जाएगा।
डॉ. आरएम पचौरी, अध्यक्ष आइएमए, आगरा