Agra Lockdown Update Day 7: मुख्यमंत्री योगी का आगरा आना अचानक हुआ कैंसिल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में हुआ बदलाव। मेरठ से जाएंगे लखनऊ।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन में आगरा का हाल जानने के लिए मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगरा आना रद्द हो गया है। पूरा जिला प्रशासन और पुलिस महकमा सोमवार दोपहर से ही तैयारियों में जुटा था। रातभर भी तैयारियां चलती रहीं। मंगलवार को सुबह भी अधिकारी जल्दी उठ गए। सड़कों की सफाई से लेकर एंटी लार्वा स्प्रे और फागिंग कराई जा रही थी। दरअसल यह सब कवायद इसलिए थी कि सोमवार को नोएडा दौरे के दौरान सीएम योगी ने अफसरों की जमकर क्लास लगाई थी और नोएडा के डीएम बीएन सिंह को हटाकर सुहास एल वाई को नया जिलाधिकारी रातों-रात बनाया गया। उन तेवरों को भांपकर आगरा के अफसरों में भी हड़कंप था। तैयारियों के बीच ही आज मंगलवार को पूर्वाह्न 11 बजे सूचना आई कि मुख्यमंत्री का आगरा व गाजियाबाद का दौरा रद्द हो गया है। इस बात की पुष्टि जिलाधिकारी प्रभु एन. सिंह ने की है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंगलवार दोपहर 3:20 बजे आगरा आना प्रस्तावित था। संभावित निरीक्षण को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली थी । मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर पीएसी ग्राउंड में उतरना था। जहां से उन्हें सर्किट हाउस पहुंचना था और यहां अधिकारियों के साथ बैठक करनी थी। फिर जिला अस्पताल, नगर निगम निश्चित कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण करना था। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम निरस्त हो गया है। मुख्यमंत्री को कोरोना वायरस से बचाव की तैयारियों की समीक्षा करनी थी। मुख्यमंत्री अब मेरठ से सीधे लखनऊ जाएंगे। मुख्यमंत्री के प्रस्तावित आगमन को देखते हुए सोमवार दोपहर 3:00 बजे ही आगरा में उनके सुरक्षा गार्ड पहुंच गए थे। इन सभी को लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस और सर्किट हाउस में ठहराया गया था।
शेल्टर होम्स और क्वारंटाइन सेंटर हुए थे तैयार
सीएम योगी के दौरे के मद्देनजर ताजनगरी में आनन-फानन में शेल्टर होम्स और क्वारंटाइन सेंटर तेजी से कराए गए थे। एमडी जैन इंटर कॉलेज में रसोई भी बनाई थी। हाईवे पर दिल्ली से पैदल चलकर आए लोगों के लिए रुकने का बंदोबस्त कराया गया था। हालांकि मुख्यमंत्री के आगमन के मद्देनजर सोमवार रात को ही ट्रकों की व्यवस्था कर इन सभी यात्रियों को आगरा की सरहद तक भेज दिया गया था। यह बात अलग है कि इन लोगों को सरहद पार करने में दो राज्यों यहां तक कि दो जिलों तक के सीमा विवाद में अफसरों से जूझना पड़ा।
सरकारी मशीनरी ने ली राहत की सांस
नोएडा में प्रशासनिक अफसरों की बैठक और कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रदेश की जनता को बचाने की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री के तेवर देख पूरे प्रदेश की सरकारी मशीनरी में हड़कंप की स्थिति है। इस बैठक का वीडियो भी जमकर वायरल हुआ है। उसके अगले ही दिन आगरा का नंबर था, इसलिए यहां भी अफसर पूरी जी-जान से तैयारियों में जुटे थे। मुख्यमंत्री के न आने की खबर मिलने के बाद अफसरों ने राहत की सांस ली है।