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आंबेडकर विश्वविद्यालय में 18वें दिन भी जारी रहेगी हड़ताल, नहीं होंगे काम

कर्मचारी संघ कार्यालय सील कराने के बाद और बिगडे़ हालात, 26 अक्टूबर से चल रही हड़ताल, भटक रहे छात्र

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Nov 2018 09:00 AM (IST)Updated: Mon, 12 Nov 2018 09:00 AM (IST)
आंबेडकर विश्वविद्यालय में 18वें दिन भी जारी रहेगी हड़ताल, नहीं होंगे काम

आगरा (जागरण संवाददाता): दीपावली की छुट्टी के बाद सोमवार को आंबेडकर विवि तो खुलेगा, लेकिन विभागों में ताले लटके रहेंगे। कर्मचारियों की हड़ताल सोमवार को भी जारी रहेगी। इससे छात्रों की परेशानी बढे़गी।

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विश्वविद्यालय में 26 अक्टूबर से हड़ताल चल रही है। पहले हड़ताल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष पर हमले के विरोध में चल रही थी, लेकिन पिछले दिनों कर्मचारी संघ कार्यालय सील करने से हड़ताल का मुद्दा बदल गया है। अब कर्मचारी कार्यालय बंद कराने को लेकर आक्रोशित है। इसके विरोध में छोटी दिवाली को भी विवि में धरना दिया गया था। विवि प्रशासन की ओर से भी हड़ताल समाप्त कराने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए। कर्मचारी भी कार्यालय न खुलने तक आंदोलन की बात पर अड़ गए हैं। हड़ताल के चलते सबसे ज्यादा परेशान छात्रों को होना पड़ रहा है। 17 दिन से विवि में कोई काम नहीं हुआ है। 18 नवंबर को शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए मूल प्रमाण पत्र की आवश्यकता वाले छात्र ज्यादा परेशान हैं। ऑनलाइन वाली मा‌र्क्सशीट वेरीफाई कराने के लिए वह हर दिन विवि के चक्कर काट रहे हैं।

भारतीय मजदूर संघ भी समर्थन में

कर्मचारियों की हड़ताल में भारतीय मजदूर संघ भी समर्थन में आ गया है। उनका कहना है कि विवि प्रशासन द्वारा कर्मचारियों के खिलाफ दमनकारी नीति अपनाई जा रही है। इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।

दो सप्ताह में भी डिस्पैच न हो सकीं डिग्रियां

आगरा: आंबेडकर विश्वविद्यालय की लापरवाही का परिणाम छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। पिछले 18 दिन से जारी हड़ताल के बीच विवि प्रशासन ने ऐसा विकल्प नहीं तलाशा जिससे छात्रों को घर बैठे डिग्रियां प्राप्त हो सकें। यही वजह हे कि पिछले दो सप्ताह से विवि से डिग्रियां डिस्पैच भी नहीं हो सकी हैं।

29 अक्टूबर को हुए विवि के दीक्षा समारोह में दावा किया था कि अब छात्रों को घर बैठे डिग्रियां प्राप्त हो सकेंगी। पहले चरण में तीन हजार डिग्रियां डिस्पैच करने की बात कही गई थी। मगर, दो सप्ताह से अधिक होने के बाद भी डिग्रियां भेजी नहीं जा सकी है। हालात ये हैं कि डिग्रियां तो तैयार हैं लेकिन उन्हें डिस्पैच करने वाले कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कुलसचिव केएन सिंह का कहना है कि डिग्रियां को डिस्पैच कराया जा रहा है।

तीन महीने में किया था दावा

कुलपति ने तीन महीने में वर्ष 2017 की सभी डिग्रियां प्रिंट कराकर उन्हें छात्रों को डिस्पैच कराने की बात कही थी, लेकिन अभी तक इसकी शुरुआत नहीं हुई है। डिग्री प्रिंट होने का काम भी सुस्त है। ऐसे में तीन महीने में सभी डिग्रियां भेजना दूर की कौड़ी है।


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