सत्संग से उमड़ रही प्रेम और भक्ति
आगरा: राधास्वामी मत के प्रवर्तक परम पुरुष पूरन धनी स्वामीजी महाराज की पवित्र समाध पर चल रहे अखंड सत्संग से भक्तों में श्श्रद्धा उमड़ रही है।
आगरा: राधास्वामी मत के प्रवर्तक परम पुरुष पूरन धनी स्वामीजी महाराज की पवित्र समाध पर चल रहे अखंड सत्संग से भक्तों के हृदय में प्रेम और भक्ति उमड़ रही है। राधास्वामी नाम का सुमिरन कर वह अपने मन को निर्मल कर रहे हैं।
स्वामीजी महाराज के अवतरण के 200 वर्ष पूर्ण होने पर राधास्वामी सत्संग स्वामीबाग द्वारा द्वि-शताब्दी महोत्सव मनाया जा रहा है। इसकी शुरुआत शुक्रवार से हुई थी। पवित्र समाध पर अखंड सत्संग जारी है, जो छह सितंबर की रात 12 बजे तक चलेगा। महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार सुबह छह बजे से पवित्र समाध पर सत्संग हुआ। इसमें गुरुओं के वचन कहे गए। सुबह 9:30 बजे और शाम पांच बजे कोठी बाबूजी महाराज और रात को आठ बजे भजनघर पर सत्संग हुआ। सुबह से रात तक पवित्र समाध में मालिक के चरणों पर मत्था टेकने और दर्शन को सत्संगियों की भीड़ लगी रही। अखंड पाठ के लिए सत्संगियों को बैच में जिम्मेदारी सौंपी गई है। शनिवार को समारोह में शामिल होने देश-विदेश से तीन हजार सत्संगी और पहुंचे। अब तक करीब 25 हजार सत्संगी यहां आ चुके हैं। रविवार को भी उनका आना जारी रहेगा। अब आ रहे लोगों को जगह नहीं मिलने पर होटल व धर्मशालाओं की ओर रुख करना पड़ रहा है।
कल होगा आरती सत्संग
स्वामीजी महाराज का अवतरण 24 अगस्त, 1818 को जन्माष्टमी के दिन हुआ था। स्वामीबाग में तीन सितंबर को जन्माष्टमी पर मुख्य आयोजन होगा। आरती सत्संग किया जाएगा। शताब्दी भंडारा होगा।
बुर्जियों के लिए आए कलश
समाध पर छोटी-छोटी कई बुर्जियां बनी हुई हैं। इनके शीर्ष पर स्वर्ण जड़ित कलश लगाए जाने हैं। शनिवार को यह समाध पर पहुंच गए। आने वाले दिनों में इन्हें बुर्जियों पर लगाना शुरू किया जाएगा।
मुख्य द्वार का गेट आया
समाध के सामने मुख्य द्वार बनाया गया है। इसमें पांच गेट लगने हैं। इनमें से एक गेट को लगाने का काम शनिवार को शुरू कर दिया गया। स्टेनलेस स्टील से बने गेट पर राधास्वामी लिखा है और फूलों के डिजाइन बने हैं।