सम्मेलन से सहेलियों की समलैंगिक शादी
आगरा: सामूहिक विवाह सम्मेलन से दो सहेलियों ने समलैंगिक शादी कर ली। छह दिन बाद मामला खुला तो युवती के घर से लेकर थाने तक हंगामा चला।
जागरण संवाददाता, आगरा: सामूहिक विवाह सम्मेलन से दो सहेलियों ने समलैंगिक शादी कर ली। छह दिन बाद मामला खुला तो युवती के घर से लेकर थाने तक हंगामा चला। दिनभर पुलिस और परिजनों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई हल नहीं निकला। सहेलियों को अलग करने के दौरान कई बार उन्होंने घर और थाने के सामने खुदकशी की कोशिश भी की। देर शाम पुलिस ने उन्हें उनके कमरे पर भेज दिया।
टेढ़ी बगिया के विकास नगर निवासी युवती और नगला किशनलाल में रहने वाली युवती दो साल पहले एक कंप्यूटर कोचिंग में साथ पढ़ते थे। इस दौरान उनमें दोस्ती हो गई। दोनों अलग-अलग कॉलेज से स्नातक कर रही थीं। फोन पर दोनों बातें शुरू हुई और मुलाकात बढ़ गई। इसी बीच दोनों ने एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें भी खा लीं। नगला किशनलाल में रहने वाली युवती सवर्ण है और वह लड़कों की तरह वेशभूषा में रहती है, जबकि विकास नगर में रहने वाली युवती दलित। एक साल पहले सवर्ण युवती लड़का बनकर सहेली के घर पहुंची और उसकी मां के सामने शादी का प्रस्ताव रखा। मा ने जातियों का हवाला देते हुए शादी से इन्कार कर दिया और कुछ दिन में ही बेटी के लिए दूसरा लड़का देखकर शादी तय कर दी। इससे दोनों सहेलिया बौखला गई और उन्होंने लड़के के घरवालों को धमकी देकर रिश्ता तुड़वा दिया। हारकर टेढ़ी बगिया निवासी सहेली की मा ने भी शादी के लिए हां कर दी। 16 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के आयोजन के बाद टेढ़ी बगिया में जाटव समाज के युवक युवतियों का सामूहिक विवाह सम्मेलन हुआ। इसमें दोनों ने शादी कर ली। शादी के बारे में दूल्हा बनी सहेली के परिजनों को कोई जानकारी नहीं थी, उसने अपने तीन फेसबुक फ्रैंड बुलाकर परिजन के रूप में खड़े कर दिए थे। शादी करने के बाद दोनों सहेली कमला नगर में किराए पर कमरा लेकर साथ रहने लगीं। दूल्हा बनी सहेली के परिजनों ने उसके घर न आने पर फोन किया तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। बाद में उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया। तब उन्होंने तलाश शुरू की। उनके पड़ोसियों ने सम्मेलन में शादी की वीडियो दिखाई तो उनके होश उड़ गए। वीडियो के आधार पर घर खोजते हुए दूल्हा बनी सहेली की मां रविवार को सुबह सात बजे टेढ़ी बगिया के विकास नगर पहुंच गई। उसकी सहेली के घर वालों से अपनी बेटी के बारे में पूछा तो वह चौंक गए। तभी दुल्हन बनी सहेली की मां ने फोन करके दोनों को घर पर बुलाया। दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़कर वहां पहुंचीं। दूल्हा बनने वाली युवती के कपड़े उतरवाकर देखा गया तो असलियत सामने आ गई। इसके बाद उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। दूल्हा बनी युवती से मारपीट करने पर दूसरी सहेली छत से कूदकर खुदकशी करने पहुंच गई। इसके बाद परिजनों ने पुलिस बुला ली। पुलिस दोनों को अपने साथ थाने ले गई। यहां चार घंटे तक हंगामा चला। परिजन और पुलिस ने दोनों को अलग करने के लिए समझाने के बहुत प्रयास किए, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। जबर्दस्ती करने पर दोनों ने थाने के सामने ट्रक के आगे कूदकर जान देने की कोशिश की। उनका कहना है कि उन्हें न तो जाति से मतलब है और न ही लड़के और लड़की होने से। उन्हें कोई अलग नहीं कर सकता। वे दोनों साथ ही जिएंगी और साथ ही मरेंगी। पुलिस और परिजन दोपहर बाद दोनों को एसीएम द्वितीय के पास लेकर पहुंचे। मगर, उन्होंने दोनों के बालिग होने की बात कहकर वापस कर दिया। इसके बाद शाम सात बजे पुलिस ने उन्हें साथ-साथ कमरे पर भेज दिया। उन्होंने पुलिस को यह भी लिखकर दे दिया कि वे बालिग हैं और अपनी मर्जी से साथ रहना चाहती हैं।
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सम्मेलन में शादी से पहले क्या हुई जांच
सम्मेलन से हुई इस समलैंगिक शादी का राज खुलने के बाद यह भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर शादी से पहले समिति ने क्या जांच की। उनके आधार कार्ड और परिजनों के बारे में भी कोई पड़ताल नहीं की। केवल बौद्ध धर्म अपनाने पर उन्होंने शादी करा दी। कोई अलग नहीं कर सका
सहेलियों को परिजनों ने बहुत अलग करने के प्रयास किए, लेकिन वे हर समय एक दूसरे का हाथ पकड़े रहे। उन्हें जबरन अलग किया गया तो दोनों मरने के लिए ट्रक के आगे कूद गए। इसके बाद सभी बैकफुट पर आ गए। जिंदगी भर रहेंगे साथ
सहेलियों का कहना था कि वे एक दूसरे से बहुत प्यार करती हैं। अलग नहीं रह सकतीं। दूल्हा बनी युवती का कहना था कि वह एकाउंटिंग का काम करती है। इससे उनका खर्च चल जाएगा।