मंदिर में मूर्तियां खंडित कर फिजा बिगाड़ने की कोशिश
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जागरण संवाददाता, आगरा: शाहगंज के दौरेठा नंबर दो में सोमवार को मंदिर में मूर्तियां खंडित करके शहर की फिजा बिगाड़ने का प्रयास किया गया। इससे इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया। अल्सपंख्यक संप्रदाय के आरोपित को भीड़ ने पेड़ से बांधकर पीट दिया। घटना की जानकारी होने पर ¨हदू संगठन के सदस्य मौके पर पहुंच गए। उन्होंने साजिश में शामिल अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को हंगामा शुरू कर दिया। संप्रदायों में टकराव की सूचना पर अधिकारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने आरोपित को किसी तरह भीड़ के चंगुल से मुक्त कराया। बस्ती में पुलिस तैनात कर दी है।
शाहगंज के आजमपाड़ा निवासी सोनू खां और सलमान आरओ वाटर प्लांट से बस्तियों में पानी की बोतलों की आपूर्ति का काम करते हैं। सलमान उसे 50 रुपये रोज कमीशन देता है। सोमवार को सोनू खां ने सलमान से कमीशन बढ़ाने की कहा। उसने दो से ढाई सौ रुपये रोज देने की मांग की। इसे लेकर दोनों में विवाद होने लगा। विवाद को सुलझाने के लिए सोनू और सलमान सुबह आठ बजे आरओ प्लांट के मालिक पातीराम के पास शिकायत लेकर पहुंचे। उसने दोनों का आपसी मामला बता बीच में पड़ने से मना कर दिया। इस पर सोनू ने सलमान से मारपीट कर दी। सलमान इसकी शिकायत पुलिस से करने चला गया। उधर, सोनू खां दौरेठा नंबर दो में स्थित महादेव मंदिर परिसर में पहुंचा। वहां भी कुछ लोगों से उसका विवाद हो गया। युवकों के वहां से भगाने से क्रुद्ध सोनू खां ने मंदिर में स्थापित शिव परिवार और हनुमान की मूर्ति खंडित कर दीं। इससे भड़के बस्ती वालों ने आरोपित को दबोच लिया। उसकी जमकर धुनाई लगा दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भीड़ ने आरोपित को पेड़ से बांध दिया। इसके बाद उसे पीटना शुरू कर दिया। मामले की जानकारी होने पर ¨हदू संगठनों के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घटना के पीछे साजिश की आशंका जताते हुए हंगामा शुरू कर दिया। ¨हदू संगठन के सदस्य साजिश में शामिल अन्य लोगों का पता लगा उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
उधर, मूर्तियां खंडित करने और आरोपित को पेड़ से बांधकर पीटने की घटना से इलाके में दोनों संप्रदाय में तनाव फैल गया। अल्पसंख्यक संप्रदाय के लोग आरोपित को पेड़ से बांधकर पीटने का विरोध कर रहे थे। टकराव की जानकारी होने पर अधिकारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। आरोपित को भीड़ के चंगुल से मुक्त कराया। मंदिर में नई मूर्तियां लगवाई। अधिकारियों ने भीड़ को समझा बुझाकर शांत कराया। बस्ती में सतर्कता के चलते फोर्स तैनात कर दी है। बार-बार बयान बदलता रहा आरोपित
प लिस और लोगों की पूछताछ के दौरान आरोपित सोनू खां बार-बार अपना बयान बदलता रहा। भीड़ द्वारा दबोचने के बाद पिटाई करने पर उसका कहना था कि किसी ने उसे इसके लिए पैसे दिए थे। अपना पता भी कई बार बदला। पहले आजमपाड़ा का बताया, फिर कहने लगा कि यमुना पार का रहने वाला है। माता-पिता की मौत के बाद आजमपाड़ा में किराए पर आकर रहने लगा। उसके बार-बार बयान बदलने से भी लोगों को घटना के पीछे किसी की साजिश की आशंका हुई। बस्ती में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल है
मंदिर और दरगाह एक ही परिसर में स्थित होने के चलते बस्ती में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल मानी जाती है। यहां दोनो संप्रदाय के लोग मिलकर उर्स और भंडारा करते हैं। बस्ती वालों के मुताबिक इस तरह की पहली घटना थी। बस्ती के लोगों का कहना था कि मामले में उन्हें बाहरी लोगों का हस्तक्षेप पसंद नहीं है। उन्होंने पुलिस कार्रवाई से संतुष्टि जताई।
पांच साल पहले हुआ था दरगाह पुनरुद्धार
परिसर में मंदिर से कुछ ही मीटर दूर बनी दरगाह कई दशक पुरानी है। बस्ती वालों के मुताबिक दरगाह की देखभाल करने वाले की कई साल पहले मौत हो गई। इसके बाद उसके परिवार ने यहां पर कमरा बना दिया। इसके बाद परिवार के साथ कई अप्रिय घटनाएं हुई तो उनका लगा कि सब कुछ दरगाह बंद करने से हो रहा है। परिवार ने पांच साल पहले दरगाह का नए सिरे से पुनरुद्धार किया। 'मामले में मूर्ति खंडित करने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपित को पीटने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।'
अमित पाठक एसएसपी