लेडी लॉयल में मरीजों को खतरा
आगरा: लेडी लॉयल महिला चिकित्सालय में भर्ती प्रसूता और गर्भवती को बाहरी लोगों से खतरा है। यहां दीवार टूटी हुई है, इसमें से बाहरी लोग और आवारा जानवर घुस आते हैं।
जागरण संवाददाता, आगरा: लेडी लॉयल महिला चिकित्सालय में भर्ती प्रसूता और गर्भवती को बाहरी लोगों से खतरा है। यहां दीवार टूटी हुई है, इसमें से बाहरी लोग और आवारा जानवर घुस आते हैं। बुधवार को डीएम गौरव दयाल ने निरीक्षण के बाद दवाओं की आपूर्ति और टूटी दीवार की मरम्मत कराने के निर्देश दिए हैं।
दोपहर 12 बजे डीएम गौरव दयाल लेडी लॉयल पहुंचे। यहां ओपीडी में मरीजों की लंबी लाइन लगी हुई थी, महिला मरीज जमीन पर बैठी थीं। इनके लिए वेटिंग रूम बनाने के निर्देश दिए। वार्ड में मरीजों की संख्या कम थी, सभी दवाएं नहीं मिल रहीं थी। शौचालय में सफाई और दवाओं की आपूर्ति बढ़ाने के लिए कहा। एसआइसी डॉ. आशा शर्मा ने नूरी दरवाजे की तरफ की दीवार टूटी होने से बाहरी लोगों के रात में प्रवेश करने की जानकारी दी। इससे महिला मरीजों को खतरा रहता है, आवारा जानवर भी घुस आते हैं। उन्होंने दीवार की मरम्मत के लिए प्रस्ताव बनाने के लिए कहा है। इसके बाद उन्होंने 20 बेड के सीएसएलआर और 100 बेड की तीन मंजिला बिल्डिंग का निरीक्षण किया। इसका काम पूरा होने के बाद मरीजों को शिफ्ट करने के लिए कहा, साथ ही गर्मी में ओपीडी में पानी की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने आशा ज्योति केंद्र का निरीक्षण किया। यहा रिकॉर्ड चेक किया। उन्होंने दीवार की मरम्मत के लिए प्रस्ताव बनाने के लिए कहा है। इसके बाद उन्होंने 20 बेड के सीएसएलआर और 100 बेड की तीन मंजिला बिल्डिंग का निरीक्षण किया। इसका काम पूरा होने के बाद मरीजों को शिफ्ट करने के लिए कहा, साथ ही गर्मी में ओपीडी में पानी की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने आशा ज्योति केंद्र का निरीक्षण किया। यहा रिकॉर्ड चेक किया।