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हाईवे पर शहीद का शव रख सात घंटे जाम

आगरा: सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान देवेंद्र सिंह के अंतिम संस्कार स्थल पर ही स्मारक बनाने की मांग को लेकर बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। परिजनों और ग्रामीणों ने आगरा-दिल्ली हाईवे पर दो बार जाम लगाया, यह सात घंटे तक जाम चला।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 May 2018 12:59 AM (IST)Updated: Thu, 17 May 2018 12:59 AM (IST)
हाईवे पर शहीद का शव रख सात घंटे जाम
हाईवे पर शहीद का शव रख सात घंटे जाम

जागरण संवाददाता, आगरा: देश की सीमा की सुरक्षा करते हुए शहीद हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान देवेंद्र सिंह के अंतिम संस्कार स्थल पर ही स्मारक बनाने की मांग को लेकर बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। परिजनों और ग्रामीणों ने आगरा-दिल्ली हाईवे पर दो बार जाम लगाया, यह सात घंटे तक जाम चला। हजारों वाहन फंसने से कई किलोमीटर लंबी लाइनें लग गई। भीषण गर्मी में फंसे हजारों यात्री भूख-प्यास से तड़प गए। बच्चों का दूध न मिला।

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सिकंदरा के लखनपुर गांव निवासी देवेंद्र बघेल सोमवार रात जम्मू में पाक की फाय¨रग के दौरान शहीद हो गए थे। बीएसएफ के जवान बुधवार सुबह आठ बजे शहीद देवेंद्र का पार्थिव शरीर लेकर दिल्ली से गांव लखनपुर पहुंचे। शहीद के घर जरूरी औपचारिकताओं के बाद लोग शव को लेकर अंतिम संस्कार के लिए हाईवे से सटी जमीन पर पहुंच गए। अधिकारियों ने जेसीबी से जमीन को समतल कराना शुरू कर दिया। इस बीच परिजनों और ग्रामीणों ने चिता स्थल पर शहीद स्मारक बनाने के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग रख दी। मौके पर पहुंचे एडीएम सिटी केपी सिंह, एडीएम भूमि अध्याप्ति सत्यपाल एवं सिटी मजिस्ट्रेट योगेंद्र कुमार के अलावा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया। बताया कि जमीन किसी को आवंटित की जा चुकी है। वहां स्मारक नहीं बन सकता।

इधर कोई जनप्रतिनिधि भी नहीं पहुंचा था। इन सबको लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने सुबह 10:45 बजे हाईवे पर जाम लगा दिया। वहां पहुंचे दूसरे दलों के नेताओं को इस दौरान मौका मिल गया। ग्रामीणों ने सवा घंटे तक आगरा-दिल्ली हाईवे पर जाम लगाए रखा। अधिकारियों के समझाया तो खोल दिया लेकिन लिखित आश्वासन न मिला तो दोबारा भड़क गए।

उन्होंने शास्त्रीपुरम रेलवे ओवरब्रिज के सामने दोपहर 12:45 बजे फिर टायर डालकर जाम लगा दिया। इसके बाद एंबुलैंस छोड़ कोई वाहन न निकल सका। इससे आगरा-दिल्ली हाईवे पर कई किलोमीटर तक वाहनों की लाइन लग गई। बच्चे, छात्र-छात्राएं और दूसरे लोग परेशान होने लगे। अधिकारी परिजनों को समझाते रहे, लेकिन वे लिखित आश्वासन पर अड़े रहे। शाम करीब छह बजे कैबिनेट मंत्री एसपी सिंह बघेल मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को समझाया, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में अधिकारियों से लिखित शासन को मांग भेजे जाने के आश्वासन पर छह घंटे बाद ग्रामीणों ने जाम खोला और शहीद का अंतिम संस्कार किया।

क्या थीं प्रमुख मांग

- शहीद का स्मारक चिता स्थल पर ही बने।

- शहीद के अंतिम संस्कार के समय मुख्यमंत्री आएं

-परिजनों को पेट्रोल पंप या गैस एजेंसी दी जाए

-शहीद का परिवार भूमि हीन है, उसे मकान बनाने को जमीन मिले।

-लखनपुर के स्कूल का नाम शहीद देवेंद्र सिंह के नाम पर हो

-शहीद के बच्चों को बालिग होने पर सरकार नौकरी का आश्वासन दे।


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