आइईटी की नियुक्तियों में हुआ बड़ा खेल
आगरा: आंबेडकर विवि के आवासीय संस्थान में शिक्षकों की फाइल गुम होने के बाद एक और बड़ा मामला सामने आया है। इसमें इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनिय¨रग एंड टेक्नोलॉजी (आइईटी) में नौ कर्मचारियों की नियुक्तियां सवालों के घेरे में हैं।
जागरण संवाददाता, आगरा: आंबेडकर विवि के आवासीय संस्थान में शिक्षकों की फाइल गुम होने के बाद एक और बड़ा मामला सामने आया है। इसमें इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनिय¨रग एंड टेक्नोलॉजी (आइईटी) में नौ कर्मचारियों की नियुक्तियां सवालों के घेरे में हैं। संविदा कर्मचारियों के रिन्यूवल की फाइल से यह मामला पकड़ में आया है।
विवि के खंदारी परिसर स्थित आइईटी में संविदा पर आठ कर्मचारी तैनात थे। इनको गुपचुप तरीके से दूसरी जगह स्थानांतरण कर दिया गया। इनके जाने के बाद आइईटी में कर्मचारियों की कमी दिखाकर गुपचुप तरीके से नियुक्ति कर ली गईं। इन नियुक्तियों की भनक किसी को भी नहीं लगी। सूत्रों ने बताया कि पिछले दिनों रजिस्ट्रार के पास संविदा कर्मचारियों के रिन्युवल की फाइल आई। इसमें आठ नए कर्मचारियों के नाम भी शामिल थे। नए नामों पर रजिस्ट्रार ने आपत्ति जताई। उन्होंने पूछा कि यह कर्मचारी कहां से आ गए। पता चला कि इनकी नई नियुक्ति की गई है। इन नियुक्तियों में विवि के एक अधिकारी के रिश्तेदार भी बताए गए हैं।
कैसे हुआ स्थानांतरण और नियुक्ति
रजिस्ट्रार ने आइईटी के निदेशक वीके सारस्वत से स्पष्टीकरण तलब किया है। उन्होंने पूछा है कि आइईटी स्ववित्त पोषित संस्थान हैं। ऐसे में यहां के कर्मचारियों को स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है। संस्थान में आठ नए कर्मचारियों को रखने के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई गई है। नियुक्ति के लिए क्या कोई विज्ञापन दिया गया। आवेदन पत्रों की जानकारी, चयन समिति, नियुक्ति पत्र आदि की जानकारी मांगी है।
इनका कर दिया स्थानांतरण
रजिस्ट्रार ने निदेशक से नीरज जौहरी, रवि सक्सेना, राकेश राघव, एजाज हुसैन, शैलेंद्र श्रीवास्तव, रमेश चंद्र पांडेय, दिनेश चंद्र और जयप्रकाश के स्थानांतरण की स्थिति स्पष्ट करने को कहा है।