Agra Metro: पीएसी ग्राउंड पर पहले बनेगा डिपो फिर ट्रैक का निर्माण, जल्द होगा सर्वे
प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन की बैठक में हुआ निर्णय। पहले कॉरिडोर में बीस हेक्टेअर क्षेत्र में डिपो का होगा निर्माण। सोमवार को एलएमआरसी तहसीलदार सहित पूरी टीम करेगी सर्वे।
आगरा, जागरण संवाददाता। मेट्रो प्रोजेक्ट की शुरूआत के लिए शुक्रवार को लखनऊ में रूपरेखा को अंतिम रूप दे दिया। आगरा मेट्रो का वृहद सर्वे सोमवार से शुरू होने जा रहा है। सर्वे सप्ताह भर में पूरा हो जाएगा। सबसे पहले पीएसी ग्राउंड में डिपो का निर्माण होगा, फिर सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट के ट्रैक पर काम चालू होगा।
शुक्रवार को लखनऊ में ये अहम बैठक प्रमुख सचिव, आवास एवं शहरी नियोजन नितिन रमेश गोकर्ण की अध्यक्षता में हुई। बैठक में एडीए (आगरा विकास प्राधिकरण) और तहसील सदर के अफसरों ने नक्शे रखे। अफसरों का तर्क था कि पीएसी ग्राउंड में छावनी परिषद की 20 हेक्टेअर और 15वीं पीएसी बटालियन की 51 हेक्टेअर जमीन है। इस तरह कुल 71 हेक्टेअर जमीन में से 49 हेक्टेअर जमीन पर मेट्रो का डिपो बनेगा। बची हुई जमीन मेट्रो के प्रयोग में लाई जा सकती है। ऐसे में पूरी जमीन की जरूरत पड़ेगी।
प्रमुख सचिव ने सर्वे में देरी न करने के आदेश दिए। बैठक में तय हुआ कि दस जून को लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एलएमआरसी) के तहसीलदार और स्थानीय अफसर सर्वे करेंगे। डिपो के बाद मेट्रो के पहले कॉरिडोर का सर्वे होगा। बैठक में एडीए उपाध्यक्ष शुभ्रा सक्सेना, एसडीएम सदर अभिषेक सिंह सहित अन्य अफसर मौजूद रहे।
एडीए छावनी परिषद को देगा जमीन
पीएसी ग्राउंड में छावनी परिषद की बीस हेक्टेअर जमीन है। बैठक में तय हुआ कि एडीए परिषद को अन्य किसी स्थल पर जमीन देगा। यह जमीन पीएसी ग्राउंड के जमीन की कीमत के बराबर होगी। संबंधित जगह पर अगर जमीन की कीमत कम होती है तो ऐसे में अतिरिक्त रकम देनी पड़ सकती है।
राजस्व विभाग देगा 15वीं पीएसी को जमीन
15वीं पीएसी बटालियन की 49 हेक्टेअर जमीन का अधिग्रहण होगा। राजस्व विभाग पीएसी को शहर के किसी अन्य क्षेत्र में इतनी ही जमीन देगी।
आगरा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के नाम से होगी एसपीवी
स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) का गठन किया जा रहा है। एसपीवी का पंजीकरण आगरा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के नाम से होगा।
फैक्ट फाइल
- आगरा मेट्रो के लिए 4.86 लाख वर्ग मीटर जमीन चाहिए
- सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक पहले कॉरिडोर के लिए 2.66 लाख वर्ग मीटर जमीन की जरूरत है।
- जमीन की दो श्रेणियां तैयार की गई हैं। पहली जमीन स्थायी और दूसरी जमीन अस्थायी है।
पहला कॉरिडोर - सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक : 14 किमी लंबाई, 6.53 किमी एलीवेटेड, 7.64 किमी अंडरग्राउंड
दूसरा कॉरिडोर- आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक : 16 किमी। यह पूरा ट्रैक एलीवेटेड होगा।
- आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट की लागत 8379 करोड़ रुपये है।
आगरा मेट्रो की जमीन का विवरण (वर्ग मीटर में)
सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक, पहला कॉरिडोर
ऑनरशिप, उद्देश्य, स्थायी जमीन, अस्थायी जमीन
रेलवे, एलाइनमेंट व स्टेशनों के लिए, 591, 4500
डिफेंस, एलाइनमेंट व स्टेशनों के लिए, अन्य, 6032, 5700
- राज्य सरकार व एलाइनमेंट, स्टेशनों के लिए, 33790, 27 हजार
- राज्य सरकार व डिफेंस, डिपो, 208000, शून्य
- कंस्ट्रक्शन डिपो, शून्य, 125000
- अन्य, दस हजार, शून्य
प्राइवेट जमीन, एलाइनमेंट, स्टेशनों के लिए, अन्य, 7596, 9300
सर्वे के लिए आएगी टीम
पहले कॉरिडोर पर सबसे पहले काम शुरू होगा। डिपो की जमीन के सर्वे के लिए अगले सप्ताह टीम आ रही है।
शुभ्रा सक्सेना, उपाध्यक्ष एडीए
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