Agra Lockdown Update Day 11: सेनेटाइजेशन और क्षेत्र को सील करने के बाद लटकाए जा रहे मस्जिदों में ताले
लगातार बढ़ हो रही जमातियों में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद हरकत में आया प्रशासन। मस्जिदों में रहकर बस्तियों में संपर्क करते थे निजामुद्दीन मरकज से लौटे जमाती।
आगरा, जागरण संवाददाता। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज मस्जिद में तब्लीगी जमात से लौटे दो दर्जन से ज्यादा जमातियों में कोरोना पॉजीटिव पाए जाने के बाद पुलिस प्रशासन के होश उड़े हुए हैं। इनमें से पांच मंटोला और दो शाहगंज के आजमपाड़ा स्थित मस्जिद में रहकर बस्तियों में लोगों से संपर्क कर रहे थे। दोनों इलाकों को पूरी तरह से सील करने के बाद शनिवार सुबह से सेनेटाइज किया जा रहा है। दोनों क्षेत्रों को रेड जोन में चिह्नत करने के बाद यहां सख्ती बढ़ाकर पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी है। इसके अलावा शहरभर की मस्जिदों को प्रशासन बंद करवा रहा है। मस्जिदों के दरवाजों पर ताले लगाए जा रहे हैं। मंटोला और आजमपाड़ा क्षेत्र की हर गली को भी सेनेटाइज किया जा रहा है।
मंटोला के टीजा अजमेरी खां स्थित मस्जिद रंग रेजान में 20 मार्च को जमात आई थी। इसमें पांच महिलाएं और पांच पुरुष शामिल थे। सभी शामली के रहने वाले हैं और ये निजामुद्दीन मरकज में 17 मार्च को गए थे। वहां तीन दिन रुकने के बाद उन्हें यहां भेजा गया था। इनमें से दो महिलाओं समेत पांच की कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है, जिनमें से एक पति-पत्नी दोनों में संक्रमण मिला है। शाहगंज के आजमपाड़ा स्थित अल्लाह वाली मस्जिद में गाजीपुर की जमात निजामुद्दीन से 13 मार्च को यहां पहुंची थी। इसमें चार महिलाएं और चार पुरुष शामिल थे। ये 11 मार्च को निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात में पहुंचे थे। दो दिन वहां रुकने के बाद तीसरे दिन जमात यहां पहुंच गई। जमातियों की रिपोर्ट आने के बाद मंटोला के टीला अजमेरी खां और शाहगंज के आजमपाड़ा इलाके को रेड जोन में चिन्हित किया गया। पूरे इलाके में मोपिंग कराई जा रही है। मस्जिदों के आसपास के क्षेत्र को सेनेटाइज किया जा रहा है। शहर की सभी मस्जिदों में नमाजियों के जाने पर रोक लगा दी गई है। मस्जिदों पर ताले लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा पुलिस और एलआईयू को सक्रिय किया गया है। जानकारी मिली है कि जमात में आए लोग सिर्फ मस्जिद में ही नहीं रहते हैं। वे इलाके में लोगों के घर-घर जाते हैं। घरों में पहुंचकर परिवार के सदस्यों के बीच धर्म का प्रचार करते हैं। उन्हें बताते हैं कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है। इस दौरान इन दोनों जमात में आए लोग कितने घरों में गए होंगे? इन इलाकों के कौन-कौन लोग इनके संपर्क में आए होंगे? यह पता लगाना बहुत जरूरी हो गया है। स्थानीय लोगों की मदद से ही यह पता करने का प्रयास किया जा रहा है। संक्रमण रोकने के लिए जमातियों के संपर्क में आए लोगों का भी परीक्ष्रण कराना पड़ेगा। उन्हें क्वारंटाइन भी कराया जाएगा। इसीलिए उनके बारे में जानकारी की जा रही है। एसएसपी ने रेड जोन क्षेत्रों में सख्ती बरतने को कहा है।
मस्जिदों के दरवाजों पर लिखा घर में करें नमाज
शहर में जामा मस्जिद, हुमायू मस्जिद, बाबरी मस्जिद, लाल मस्जिद, शाही मस्जिद, नामनेर वाली मस्जिद सहित दर्जनों मस्जिदें हैं। इन सभी को नमाजियों के लिए बंद कर दिया गया है। कई मस्जिदों के दरवाजों पर नमाज घर पर ही अदा करने की अपील लिखेे पोस्टर लगाए गए हैं। मस्जिद में सिर्फ मौलानाओं को ही जाने की इजाजत दी गई है।