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Agra Lockdown Update Day 7: हर प्रवासी का 14 दिन Quarantine क्‍यों जरूरी, जानिए क्‍या कहते हैं Expert

दिल्ली हरियाणा से आए लोगों की भीड में लोग एक दूसरे के संपर्क में आए। कोरोना की रोकथाम को इन्हें अलग कर सर्दी जुकाम होने पर करवाई जाए जांच।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Tue, 31 Mar 2020 06:16 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2020 06:16 PM (IST)
Agra Lockdown Update Day 7: हर प्रवासी का 14 दिन Quarantine क्‍यों जरूरी, जानिए क्‍या कहते हैं Expert

आगरा, जागरण संवाददाता। लॉक डाउन में दिल्ली हरियाणा से लोगों की भीड निकली, सडकों पर सैकडों की संख्या में लोग दिखाई देने लगे। बस में लोगों को एक दूसरे से सट कर बैठना पडा। इससे कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा है। अभी भी रोकथाम संभव है।

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कोरोना संक्रमित मरीज की छींक और थूक की सूक्ष्म बूंदों से संक्रमण फैलता है। बडी संख्या में लोग सडकों पर दिखाई दिए। इन्हें अब रोक दिया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार इन लोगों को एक मीटर से अधिक दूरी पर रहने और हाथ को साबुन से छोने के लिए कहा जाए, सेनेटाइजर उपलब्ध हैं तो उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इन्हें 14 दिन तक अलग रखा जाए, सर्दी जुकाम और खांसी के लक्षण मिलने पर तुरंत जांच कराई जाए। जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोका जा सके।

सेल्टर होम के लिए सावधानी

- एक मीटर की दूरी का सख्ती से पालन

- मुंह पर मास्क, रूमाल और कपडा बांध सकते हैं

- हाथ साबुन से धोएं

- शौचालय और स्नानघर में सफाई रखी जाए

- इन स्थलों को सेनेटाइज भी कराया जाए

विशेषज्ञ की राय

आइसीएमआर की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस कोविड 19 देश में कम्यूनिटी में नहीं फैला है, ऐहतियातन भीड के रूप में आने वाले लोगों को एक जगह पर रोक दिया जाए। वहां 14 दिन रखा जाए और सर्दी जुकाम होने पर जांच कराई जाए।

डॉ अंकुर गोयल, माइक्रोबायोलॉजिस्ट

कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज की छींक और थूक की सूक्ष्म बूंदों से संक्रमण फैलता है, भीड में लोग एक दूसरे के संपर्क में रहे हैं, कुछ लोगों ने मास्क लगा रखे थे। मगर, अब आगे संक्रमण ना फैल सके, इसके लिए 14 दिन अलग रखना चाहिए।

डॉ प्रभात अग्रवाल, फिजीशियन एसएन मेडिकल कॉलेज

14 दिन घर नहीं जाएंगे डॉक्टर और स्टाफ, होटल और गेस्ट हाउस में ठहरेंगे

कोरोना वायरस के लिए सैंपल और इलाज के लिए टीम 14 दिन काम करेगी। इस दौरान वे अपने घर नहीं जाएंगे,​ जिससे संक्रमण फैलने का खतरा ना रहे। इन्हें होटल और गेस्ट हाउस में ठहराया जाएगा। 14 दिन बाद दूसरी टीम की डयूटी लगेगी।

कोरोना वायरस के लिए जिला अस्पताल में सैंपल लिए जा रहे हैं, यहां आइसोलेश वार्ड में सर्दी जुकाम होने पर भर्ती किया जा रहा है। वहीं, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीएचसी बरौली अहीर में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। प्रोटोकॉल के तहत इलाज करने वाले डॉक्टर, जूनियर डॉक्टर, नर्स, वार्ड बॉय और सफाई कर्मचारियों को अलग रखना है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने होटल और रेलवे के गेस्ट हाउस को चिन्हित किया है। यहां जिला अस्पताल और सीएचसी बरौली अहीर पर डयूटी करने वाले डॉक्टर सहित अन्य स्टाफ को 14 दिन तक रखा जाएगा। ये अपने घर नहीं जाएंगे। इनके सैंपल लिए जाएंगे, निगेटिव रिपोर्ट आने पर घर भेजा जाएगा। इसके बाद दूसरी टीम काम करेगी। 60 लोगों की टीम को प्रशिक्षण दिया गया है।

उधर, कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज एसएन इमरजेंसी के आइसोलेशन वार्ड में चल रहा है। यहां डयूटी देने वाले जूनियर डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को गल्र्स हॉस्टल में रखा गया है। यहां कमरों की संख्या बढाई जा रही है। डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ सहित 80 कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। 


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