मोदी का फिलहाल कोई विकल्प नहीं
जागरण संवाददाता, आगरा: देश के सबसे महंगे कवि और आप नेता डॉ. कुमार विश्वास मंच पर आते हैं,
जागरण संवाददाता, आगरा: देश के सबसे महंगे कवि और आप नेता डॉ. कुमार विश्वास मंच पर आते हैं, तो हाजिरजवाबी से सभी को कायल कर देते हैं। आप और राजनीति में भी उनकी एक आवाज है। अपनी स्टाइल है। अमेठी लोकसभा चुनाव में जब केजरीवाल ने इशारों में एक ट्वीट किया था, तो उन्होंने भी वैसा ही तीखा जवाब दिया था। वह शुक्रवार को दैनिक जागरण के कवि सम्मेलन में आए, तो बेबाक बातचीत की। बोले कि लालू यादव के साथ खड़े नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़े ब्रांड मैनेजर हैं। वह विश्व के पहले ऐसे नेता हैं, जिन्होंने जनता को टैक्स भी सेलीब्रेट करना सिखा दिया। दूसरे मुद्दों पर भी उन्होंने बेबाकी से बात रखी:
होटल रमाडा में दैनिक जागरण से बातचीत में विश्वास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जनता का विश्वास कम हुआ है। जनता ने उन्हें दिल्ली, बिहार, पंजाब में झटके दिए। वहीं उप्र, असम में सरकार बनवा दी। ऐसा कर जनता ने मोदी को संकेत दे दिया है कि क्या हालात हैं। हां, पर मैं महसूस करता हूं कि फिलहाल देश में मोदी का कोई विकल्प नहीं दिख रहा। फिर भी 2018 में बहुत बदलाव आएगा। मोदी के खिलाफ विपक्ष के एकजुट होने को लेकर कहा कि इससे भाजपा को ही फायदा होगा। हम मोदी के विरोधी हैं, लेकिन लालू प्रसाद को अपने साथ खड़ा नहीं कर सकते। हमें खुद को स्थापित करना है। जनता ने आम आदमी पार्टी को वैकल्पिक राजनीति के लिए चुना है, विपक्ष के रूप में नहीं।
राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए कुमार ने कहा कि उनके पास मौलिक विचार नहीं हैं। वह किसी और काम के लिए बने थे, लेकिन उनकी पार्टी उन्हें जबरन नेता बनाने पर तुली है। कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं है। राहुल की वंशवाद की बात पर कहा कि उनके पास और क्या कहने को है?
चुटकुले आसान, कविता मुश्किल
डॉ. विश्वास ने कहा कि 2002 में जब कविता का मंच चुाना था, तब वह कवि सम्मेलनों के सफल होने के लिए आशावान थे। मेहनत का परिणाम सामने है। आज युवा कवि अच्छी कविताएं लिखने के साथ पढ़ भी रहे हैं। पहले की तरह स्ट्रगल भी नहीं करना पड़ रहा। फूहड़ता व द्विअर्थी शब्दों के टीवी शो में प्रयोग पर उन्होंने कहा कि चुटकुले सुनाना आसान है, लेकिन कविता करना मुश्किल है।
कुछ लोगों के जाने से आप को नुकसान हुआ
अरविंद केजरीवाल से मतभेद के सवाल पर कहा कि राजनीति में स्वतंत्र विचार होने से पार्टी में विरोध की स्थिति बनती है। इंदिरा गांधी और संजय गांधी के खिलाफ रामविलास पासवान, लालू प्रसाद और मुलायम सिंह यादव ने लड़ाई शुरू की थी। आज वह वंशवाद की बेल लगा रहे हैं। हर आंदोलन की सीमा होती है। अब चक्र को पूरा करने में कितना समय लगेगा, यह पार्टी पर निर्भर है। राजनीतिक शुद्धिकरण के लिए वह लड़ रहे हैं। हालांकि कुछ लोगों के जाने से पार्टी को नुकसान हुआ है।
नामकरण पर ली चुटकी
कुमार विश्वास ने भाजपा द्वारा योजनाओं व भवनों के नाम बदलने पर चुटकी ली। कहा कि ऐसा ही रहा, तो एक दिन पेट्रोल का नामकरण पं. दीनदयाल उपाध्याय तरल पदार्थ कर दिया जाएगा।
¨हदी बेस्ट सेलर बनेगी मील का पत्थर
कुमार विश्वास ने कहा कि जागरण ने ¨हदी बेस्ट सेलर की जो नई धारा बहाई है, यह ¨हदी लेखकों के लिए मील का पत्थर बनेगी। उल्लेखनीय है कि कुमार विश्वास की एक पुस्तक भी इस सूची में शामिल हैं।