सात दिन तक सोते रहे, एक दिन में पौने दस लाख पौधे लगा दिए
आगरा : प्रदेश सरकार ने आगरा जिले में 13 लाख 30 हजार 67 पौधे रोपने का लक्ष्य रखा। वन विभाग के फर्जी आंकडड़ों से पूरा हो गया।
आगरा : प्रदेश सरकार ने आगरा जिले में 13 लाख 30 हजार 67 पौधे रोपने का लक्ष्य रखा। वन विभाग की मानें तो जुलाई में लक्ष्य सभी विभागों को पता थे। फिर भी 8 अगस्त को वनविभाग ने सभी विभागों के साथ बैठक कर पौधे रोपने के लक्ष्य निर्धारित किए। लेकिन पौधे कहां रोपे जाएंगे। यह तय नहीं किया। हैरानी की बात यह रही कि 8 से 14 अगस्त तक सभी विभाग मिलकर एक चौथाई लक्ष्य हासिल कर पाए, लेकिन 15 अगस्त को पूरा तीन चौथाई लक्ष्य हासिल कर लिया। सभी विभागों ने एक दिन में 9 लाख 88 हजार 969 पौधे रोप दिए। जानकारों के अनुसार एक दिन में नौ लाख पौधे लगाना तो दूर की बात एक लाख पौधे लगाना भी असंभव था। अब विभाग यह भी जवाब नहीं दे पा रहे हैं कि इतने पौधे किन-किन स्थानों पर लगाए गए। वन अफसरों के अनुसार रिपोर्ट मांगी गई है, लेकिन किसी भी विभाग ने जानकारी नहीं दी है। पौधरोपण के लिए नहीं बनी योजना
जिले में 13 लाख 30 हजार 67 पौधे लगाने थे। लेकिन इन्हें लगाने के लिए कोई योजना नहीं बनी। कितने पौधे कौनसी जगह रोपे जाएंगे। यह तय नहीं हुआ। किस नेचर के पौधे कहां रोपे जाएंगे। कौनसी संस्थाएं ऐसी हैं, जिन्हें पौधरोपण अभियान से जोड़ा जा सकता है। जो इनके संरक्षण का भी संकल्प लें। वनविभाग ने अन्य विभागों के साथ मिलकर इन तमाम बिन्दुओं पर कोई कार्य नहीं किया। मशीनों से भी संभव नहीं
जानकारों के अनुसार मशीनों के द्वारा भी 9 लाख पौधरोपण एक दिन में संभव नहीं है। उद्यान शाखा के जानकारों के अनुसार एक व्यक्ति एक दिन में 2 फीट के 10 गड्ढ़े और चार फीट के चार गड्ढ़े भी मुश्किल से खोद सकता है। एक मशीन भी आठ घंटे में अधिकतम 150 गड्ढ़े खोद सकती है। फिर भी एक दिन में सौ मशीनें 15 हजार गड्ढ़े खोद पातीं। एक पौधे लगाने में भी कम से कम 5 मिनट का समय चाहिए। इसलिए एक दिन में इतने पौधे लगाना भी संभव नहीं है। इतने पौधे नहीं रोपे जा सकते
मशीन चलाने के लिए भी आदमी की जरूरत होती है। मशीन से भी आठ घंटे कार्य किया जा सकता है। इस पर भी दो व्यक्ति चाहिए। व्यवहारिक रूप से 9 लाख पौधे एक दिन में नहीं रोपे जा सकते। एक लाख पौधे भी लग जाएं तो बड़ी बात है। यह सब आंकड़े मिथ्या है।
हरवीर सिंह, सेवानिवृत, निदेशक, उद्यान, भारत सरकार, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण डीएफओ मुकेश कुमार से सीधी बात
सवाल : एक दिन में नौ लाख पौधे कैसे रोपे गए?
जवाब : सभी विभागों ने पहले से गढ्ड़े खोद रखे थे। कुछ विभाग ही ऐसे थे जो गड्ढ़े नहीं खोद पाए।
सवाल : आपने सात दिन पहले विभागों को लक्ष्य दिया। यह कैसे संभव था?
जवाब : सभी विभागों के प्रमुख सचिव जुलाई में ही संबंधित विभागों को पौधरोपण के लक्ष्य दे चुके थे। आठ अगस्त को तो फिर से समीक्षा बैठक ली गई।
सवाल : पौधरोपण के लिए कितने संसाधन लगाए गए?
जवाब : वन विभाग के पास 15 मशीनें हैं। अन्य विभागों ने अपने स्तर से कराए होंगे।
सवाल : जुलाई में सूचना होने पर भी विभाग 14 अगस्त तक एक चौथाई पौधे लगा पाए। क्या कारण रहा?
जवाब : विभागों को 14 अगस्त तक इतने ही पौधे लगाने थे। बचे पौधे 15 अगस्त को रोपने थे।
सवाल : यदि पौधरोपण जानकारी पहले से थी तो जगह निर्धारित क्यों नहीं हो पाई?
जवाब : ये विभागों की लापरवाही है। लेकिन मंगलवार तक सभी की रिपोर्ट आ जाएंगी कि कहां-कहां पौधरोपण किया है।
सवाल : पौधरोपण के वास्तविक आंकड़े कैसे दिखाएंगे?
जवाब : हम जियो टैगिंग करा रहे हैं। इससे पता चल जाएगा किसने पौधरोपण नहीं किया। इन विभागों की रिपोर्ट हम आगे भेजेंगे। पौधरोपण के आंकड़े
विभाग -- निर्धारित लक्ष्य -- 14 अगस्त तक रोपे पौधे --- 15 अगस्त को रोपे पौधे
वन विभाग -- 548282-- 241345 -- 315390
अन्य विभाग - 773332 --- 99753 --- 673579