नाई की मंडी में नजूल भूमि पर बनीं आठ दुकानें सील
एडीए की टीम ने की कार्रवाई नहीं पास कराया गया था नक्शा मकान खाली करने के लिए मिली तीन दिनों की मोहलत
आगरा,जागरण संवाददाता। एडीए की टीम ने गुरुवार दोपहर नाई की मंडी में नजूल भूमि पर बनीं आठ दुकानों को सील कर दिया। मकान खाली करने के लिए तीन दिनों की मोहलत दी गई है। बिना नक्शा पास कराए मकान और दुकानों का निर्माण हुआ था। मकान में आधा दर्जन किराएदार हैं, जिनमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
नाई की मंडी में नजूल भूखंड संख्या 844 है। इसका क्षेत्रफल 340.18 वर्ग मीटर है। नजूल भूमि पर मोहर सिंह धाकड़ ने मकान और आठ दुकानें बना ली थीं। अवैध निर्माण पर आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) के जूनियर इंजीनियर ने नोटिस जारी कर दस्तावेज मांगे थे। दस्तावेज न उपलब्ध कराने पर नोटिस जारी किया गया था। चार करोड़ रुपये की बेशकीमती जमीन को खाली कराने के लिए प्रशासन ने प्रयास किया। एडीएम प्रोटोकाल और नजूल प्रभारी पुष्पराज सिंह ने बताया कि एडीए उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह को मकान और दुकानों को सील करने के लिए पत्र लिखा गया था। गुरुवार दोपहर एडीए की विशेष कार्याधिकारी गरिमा सिंह, नायब तहसीलदार सदर अभयराज सिंह सहित अन्य अफसर नाई की मंडी पहुंचे। कार्रवाई को देखते हुए आधा दर्जन दुकानदारों ने सामान समेट लिया। विशेष कार्याधिकारी ने बताया कि मोहर सिंह, कपिल शर्मा, रवि कुमार, ललित कुमार, बाबूलाल चौरसिया, निहाल सिंह को तीन दिनों के भीतर मकान खाली करने की मोहलत दी गई है। मकान खाली होने के बाद उसे भी सील किया जाएगा। 31 मार्च तक बनकर तैयार हो जाएगा मास्टर प्लान : एडीए उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने गुरुवार दोपहर वीडियो कांफ्रेंसिग से आगरा महायोजना-2031 के प्रगति की समीक्षा की। निजी कंपनी के अफसरों ने बताया कि 90 फीसद सर्वे पूरा हो चुका है। डाटा फीडिग चल रही है। इस पर एडीए उपाध्यक्ष ने 31 मार्च तक मास्टर प्लान तैयार करने के आदेश दिए।
केंद्र सरकार के आदेश पर आगरा महायोजना-2031 तैयार हो रही है। यह दस साल की होगी। वर्तमान में महायोजना-2021 के तहत कार्य कराए जा रहे हैं। शहर को सात जोन में बांटा गया है। एडीए सचिव राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि सितंबर तक महायोजना का ड्राफ्ट बनकर तैयार हो जाएगा।