दिन भर चला मंथन, कोई न मेहमान न रूठे इसलिए निकाला तरीका
अब दो कार्यक्रम में आधे-आधे मेहमानों को बुलाने की तैयारी शादी में 100 लोगों की संख्या निर्धारित होने के बाद परेशान हुए लोग
आगरा, जागरण संवाददाता। 25 नवंबर को जिन घरों में शादी है, सरकार के आदेश ने उनकी परेशानी बढ़ा दी है। शादी समारोह में 100 लोगों की संख्या निर्धारित होने के बाद रविवार का दिन माथापच्ची में निकला। हाथ में मेहमानों की लिस्ट लिए पूरा परिवार मंथन करता रहा। समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें, कार्ड बंट चुके हैं, अब किसको बुलाएं और किसको नहीं। ऐसे में कुछ लोगों ने बीच का रास्ता भी निकाला। शादी समारोह में दो कार्यक्रम किए जाएं। दोनों में आधे-आधे मेहमानों को बुलाया जाए। आधे मेहमानों को सगाई और आधे को शादी में बुलाया जाए। इससे सभी लोग समारोह में शामिल हो जाएंगे और आदेश का उल्लंघन भी नहीं होगा।
पहले सभी मेहमानों को शादी का निमंत्रण दिया गया था, लेकिन अब आधे मेहमानों को सगाई और आधों को शादी में बुलाने की तैयारी है। इसके लिए अब दो अलग-अलग लिस्ट बन रही हैं। वधू पक्ष वाले भी अब शादी से पहले एक कार्यक्रम करने की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें आधे मेहमानों को पहले बुलाया जा सके। इसके लिए लोगों ने अपने वेडिग प्लानर और कैटर्स से बात करना शुरू कर दिया है। इसी तरह कुछ लोग अब कार्यक्रम को दिन में करने की तैयारी कर रहे हैं, जिससे उनके आधे मेहमान दिन में आ जाएं और आधे रात को।
कैटरिग का काम करने वाले संजू बंसल ने बताया कि उनकी एक पार्टी ने 25 नवंबर को जो बुकिग की थी, उसे अब आधा कर दिया है। उन्होंने 24 नवंबर को एक और कार्यक्रम आयोजित किया है, जिससे आधे मेहमानों को उस दिन बुलाया जा सके। 100 से ज्यादा लोग तो पार्टी की होगी जिम्मेदारी
सरकार का आदेश आने के बाद अब मैरिज होम संचालकों ने बुकिग कराने वाली पार्टियों को इस संबंध में सूचित करना शुरू कर दिया है। मैरिज होम की ओर से बुकिग कराने वालों से कार्यक्रम में 100 मेहमान होने की अनुबंध पत्र लिया जा रहा है। इससे अधिक मेहमान होने पर पार्टी की जिम्मेदारी होगी। आगरा टैंट लाइट मैरिज होम एसोसिएशन के संरक्षक राजेंद्र तिवारी ने बताया कि सरकार के आदेश से बुकिग कराने वाले लोगों को अवगत करा दिया गया है। उनसे कहा गया है कि 100 मेहमानों की अनुमति है। इससे अधिक लोग आने पर अगर कोई कार्रवाई होती है तो मैरिज होम संचालक की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। बैंड को शादी में शामिल करने की रखी मांग
जागरण संवाददाता, आगरा : शादियों में 100 लोगों की संख्या निर्धारित होने के बाद से वेडिग इंडस्ट्री से जुडे़ लोग परेशान हैं। रविवार को बैंड संचालक एडीएम सिटी से मिले। उनको ज्ञापन देकर बैंड को शादी में शामिल होने की अनुमति देने की मांग की। इसके साथ ही उप्र वेडिग इंडस्ट्री संघर्ष समिति ने सांसद से मिलकर अपनी परेशानी बताई।
रविवार को आगरा बैंड यूनियन ने एडीएम सिटी प्रभाकांत अवस्थी से मुलाकात की। एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधीर शर्मा ने कहा कि पिछले आठ माह से बैंडबाजा सहालग का इंतजार कर रहे थे। इस बार भी केवल 16 दिन का सहालग है। ऐसे में अगर बैंड पर प्रतिबंध लगेगा तो रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। उन्होंने मांग रखी कि शादी में साउंड ट्राली और लाउडस्पीकर का प्रयोग नहीं किया जाएगा। 10 वादक के साथ शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बैंड को अनुमति मिलनी चाहिए। सभी बैंड संचालक कोविड गाइडलाइन का पालन करेंगे, अगर कोई इसका उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर रिक्की शर्मा, भूपेंद्र शर्मा, रामेश्वर परिहार, मुनेश शर्मा आदि उपस्थित रहे।
वहीं, उप्र वेडिग इंडस्ट्री संघर्ष समिति के पदाधिकारी सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल से मिले। उन्होंने शादी में 100 लोग करने पर विरोध प्रकट किया। उन्होंने कहा कि जब बाजार में किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं है तो मांगलिक और वैवाहिक कार्यक्रम में भी प्रतिबंध नहीं होना चाहिए। सरकार के आदेश से वेडिग इंडस्ट्री से जुडे़ लोग परेशान हैं। कोविड़-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी डेकोरेटर, इवेंट मैनेजर, कलाकार, कैटर्स अपना काम करेंगे। सांसद ने इसको लेकर एडीएम सिटी से फोन करते हुए स्पष्ट गाइडलाइन जारी करने की बात कही। इस अवसर पर मनीष अग्रवाल, संजय अग्रवाल, आशीष बंसल, सियाराम पवन कुमार, भरत शर्मा आदि उपस्थित रहे।