अवैध कॉलोनियों को बैंकों ने आंख मूंद दिया लोन
आगरा : शमसाबाद रोड हो या फिर सिकंदरा-बोदला व देवरी रोड। इन क्षेत्रों की अवैध कॉलोनियों बैंकों में जमकर लोन बांटा है।
आगरा : शमसाबाद रोड हो या फिर सिकंदरा-बोदला व देवरी रोड। इन क्षेत्रों की अवैध कॉलोनियों को बैंकों ने आंख मूंद कर लोन दिया है। यह पर्दाफाश कॉलोनियों की जांच में हुआ है। एडीए के जूनियर इंजीनियर (जेई) अगले सप्ताह तक अवैध कॉलोनियों की सूची तैयार कर लेंगे।
शासन के आदेश पर शहर में अवैध कॉलोनियों का सत्यापन किया जा रहा है। एडीए के आंकड़ों की मानें तो शहर में 246 अवैध कॉलोनियां हैं, इसमें सबसे अधिक ताजगंज, शाहगंज, लोहामंडी, हरीपर्वत (दो) सहित अन्य क्षेत्रों में हैं। एडीए उपाध्यक्ष राधेश्याम मिश्रा के आदेश पर प्रत्येक वार्ड के जेई द्वारा रिपोर्ट तैयार की जा रही है। सोमवार को आधा दर्जन से अधिक जेई ने कॉलोनियों की जांच की। हरीपर्वत (दो), देवरी रोड, शमसाबाद रोड, सिकंदरा बोदला रोड के आसपास 80 कॉलोनियां हैं। इन कॉलोनियों का न तो नक्शा पास है और न ले आउट। इसके बाद भी बैंकों ने बड़ी संख्या में होम लोन बांट दिए हैं। लोन पांच लाख से लेकर 80 लाख रुपये तक का है। बैंकों ने एडीए से कोई एनओसी नहीं ली और न ही कभी कोई जानकारी मांगी गई। आगरा विकास प्राधिकरण के संयुक्त सचिव सोमकमल ने बताया कि बैंकों ने आंख मूंद कर अवैध कॉलोनियों के लिए होम लोन दिया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही कॉलोनियों के सत्यापन का कार्य पूरा हो जाएगा। 65 फीसद हो चुका है सत्यापन
अवैध कॉलोनियों के सत्यापन का काम अब तक 65 फीसद पूरा हो चुका है। बाकी कार्य अगले सप्ताह तक पूरा होगा। फंसेंगे बैंक व एडीए कर्मी
अवैध कॉलोनियों के भवन स्वामियों को लोन लेने में बैंक और एडीए कर्मचारी फंसेंगे। दोनों की मिलीभगत से खेल खेला गया है।