स्टेटमेंट से लेकर डेबिट कार्ड तक, हर सेवा का शुल्क वसूलता है बैंक
स्टेटमेंट निकलवाने के लिए हर बैंक का शुल्क अलग-अलग मोबाइल एप से स्टेटमेंट डाउनलोड करने पर नहीं लगता चार्ज
आगरा,जागरण संवाददाता। बैंक खाते से लेनदेन करते समय बहुत से ग्राहक ऐसे होते हैं उन्हें पता नहीं होता कि खाता मेंटेन करने के लिए उन्हें कितना चार्ज देना पड़ रहा है। स्टेटमेंट निकलवाने से लेकर एटीएम से रुपये निकालने के लिए बैंक चार्ज वसूलता है। ये चार्ज चुपचाप ग्राहक के खाते से कट जाता है। अधिकांश ग्राहकों को इसकी जानकारी तब होती है जब वो पास बुक देखते हैं।
आयकर रिर्टन जमा करने के लिए पूरे साल के स्टेटमेंट की जरूरत पड़ती है। अगर आपको भी स्टेटमेंट की जरूरत है तो याद रखें कि बैंक स्टेटमेंट देने का चार्ज वसूलती हैं। हर बैंक का अपना अलग चार्ज होता है। स्टेट बैंक आफ इंडिया तीन पेज के स्टेटमेंट के लिए 118 रुपये व छह पेज के स्टेटमेंट के लिए 236 रुपये चार्ज लेती है। यूनियन बैंक भी स्टेटमेंट के लिए 118 रुपये चार्ज करता है। सरकारी बैंक से लेकर प्राइवेट बैंकों में स्टेटमेंट का चार्ज अलग-अलग है। प्राइवेट बैंक में स्टेटमेंट के लिए अधिक धनराशि खर्च करनी पड़ती है। जो ग्राहक पहली बार स्टेटमेंट निकलवाने बैंक जाते हैं, उनमें से अधिकांश को शुल्क लगने की जानकारी नहीं होती है। जब एकाउंट से धनराशि कटती है, तब उन्हें शुल्क का पता लगता है। मोबाइल एप से करें डाउनलोड
स्टेटमेंट पर लगने वाले शुल्क से बचना है तो विभिन्न बैंकों ने अपने मोबाइल एप पर एक साल का स्टेटमेंट देने की सुविधा दे रखी है। एप डाउनलोड कर उससे अपने खाते का स्टेटमेंट डाउनलोड कर सकते हैं। एक साल के स्टेटमेंट डाउनलोड करने का शुल्क नहीं लगता है। इसके अलावा एप पर और भी सुविधाएं मिलती हैं। डेबिट कार्ड फीस
खाता खुलवाते समय अधिकांश ग्राहक डेबिट कार्ड लेते हैं। इस डेबिट कार्ड के लिए भी ग्राहक को फीस चुकानी पड़ती है। इसकी फीस कार्ड की फीचर्स पर निर्भर करती है। कुछ सेविग अकाउंट पर फ्री डेबिट कार्ड भी मिलते हैं। आमतौर पर बैंकों की ओर से डेबिट कार्ड पर 99 रुपये से 750 रुपये सालाना तक चार्ज लिया जाता है। आपका कार्ड अगर खो गया है तो नया कार्ड लेने पर भी शुल्क देना होता है। इसके साथ ही बैंकों द्वारा एटीएम से एक माह में रुपये निकालने की सीमा निर्धारित की गई है। इससे ज्यादा बार रुपये निकालने पर 20 से 50 रुपये तक शुल्क चुकाना पड़ता है। इनका भी लगता है चार्ज
बैंक अलग-अलग परिस्थिति में शुल्क और जुर्माना वसूल सकते हैं। इसमें चेक बाउंस, एसएमएस सेवा शुल्क, खाता बंद करने, नई चेक बुक जारी करना, डिमांड ड्राफ्ट, पिन जनरेट आदि सेवाएं शामिल हैं। इन सेवाओं के लिए अलग-अलग बैंक में शुल्क भी अलग हो सकते हैं।