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CoronaVirus:प्रियंका गांधी के बाद अब अखिलेश का हमला, 'आगरा मॉडल' मेयर के अनुसार फेल, जागो सरकार...

शनिवार को मेयर नवीन जैन का सीएम को लिखा था पत्र। रविवार प्रियंका गांधी और राज बब्‍बर ने किया था पत्र को लेकर ट्वीट।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Mon, 27 Apr 2020 04:35 PM (IST)Updated: Mon, 27 Apr 2020 04:35 PM (IST)
CoronaVirus:प्रियंका गांधी के बाद अब अखिलेश का हमला, 'आगरा मॉडल' मेयर के अनुसार फेल, जागो सरकार...

आगरा, जागरण संवाददाता। जिले में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों और लचर व्‍यवस्‍थाओं को लेकर मेयर नवीन जैन का सीएम योगी आदित्‍यनाथ को लिखा पत्र लैटर बम का रूप लेता जा रहा है। एक पत्र ने सियासी भूचाल जैसा ला दिया है। सोशल मीडिया पर वायरस पत्र ने सोशल मीडिया को ही सियासी रणक्षेत्र बना दिया है। शनिवार को वायरल हुए पत्र को लेकर रविवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया तो अब सोमवार को सपा मुखिया भी सोशल मीडिया के रण क्षेत्र में उतर आए। उन्‍होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर प्रदेश सरकार को लेकर ट्वीट किया है, जिसमें आगरा को वुहान बनने से रोकने को कहा है।

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दरअसल आगरा के मेयर नवीन जैन की चिठ्ठी सामने आने के बाद से उत्तर प्रदेश की योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। विपक्ष लगातार सरकार द्वारा कोरोना से बचाव को लेकर उठाए जा रहे कदमों पर सवाल खड़े कर रहा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को योगी के आगरा मॉडल को विफल करार दिया है।

अखिलेश ने ट्वीट किया है,'मुख्यमंत्री द्वारा बहुप्रचारित कोरोना वायरस से लड़ने का 'आगरा मॉडल’ महापौर के अनुसार असफल होकर आगरा को वुहान बना देगा।' उन्‍होंने न जांच, न दवाई, न अन्य बीमारियों के लिए सरकारी या निजी अस्पताल, न जीवन रक्षक किट और उस पर क्वारंटाइन सेंटर की बदहाली प्राणांतक साबित हो रही है।' मुख्यमंत्री द्वारा बहुप्रचारित कोरोना से लड़ने का 'आगरा मॉडल’ मेयर के अनुसार फ़ेल होकर आगरा को वुहान बना देगा। न जांंच, न दवाई, न अन्य बीमारियों के लिए सरकारी या प्राइवेट अस्पताल, न जीवन रक्षक किट और उस पर क्वॉरेंटाइन सेंटर्स की बदहाली प्राणांतक साबित हो रही है। जागो सरकार जागो!

प्रियंका गांधी ने ये किया था ट्वीट

रविवार को प्रियंका ने लिखा था कि आगरा शहर में हालात खराब हैं और रोज नए मरीज निकल रहे हैं। आगरा के मेयर का कहना है कि अगर सही प्रबंध नहीं हुआ तो मामला हाथ से निकल जाएगा। कल भी मैंने इसी चीज को उठाया था। पारदर्शिता बहुत जरूरी है। टेस्टिंग पर ध्यान देना जरूरी है। कोरोना को रोकना है तो फोकस सही जानकारी और सही उपचार पर होना चाहिए। सरकार द्वारा आगरा मेयर की बातों को सकारात्मक भाव से लेना और तुरंत पूरी तरह से आगरा की जनता को महामारी से बचाने का प्रयास करना महत्वपूर्ण है।

राज बब्‍बर ने भी किया ट्वीट

आगरा के हालातों पर मेयर नवीन जैन द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा पत्र वायरल होने पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के ट्वीट के बाद कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने भी मेयर के पत्र और एक वीडियो को ट्वीट में अटैच किया है। बब्बर ने लिखा है कि अागरा अत्यधिक संकट के दौर से गुजर रहा है...हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं, आगरा को बचा लीजिए। उप्र के मुख्यमंत्री को मेयर नवीन जैन का यह पत्र और एक शहरवासी के इस वीडियो ने दु:खी कर दिया। मैं आगरावासी हूं। क्या उप्र के मुख्यमंत्री कार्यालय से हालात बेहतर करने के आश्वासन की उम्मीद कर सकता हूं?

ये लिखा था मेयर ने

'सेवा में, मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ जी, मान्‍यवर सादर प्रणाम, अवगत कराना है कि आगरा शहर में वैश्विक महामारी कोरोना के मरीजों की संख्‍या 313 तक पहुंच चुकी है। आशंका है कि यदि उचित प्रबंधन नहीं हुआ तो इस संख्‍या में काफी बढ़ोत्‍तरी हो सकती है और आगरा देश का वुहान बन सकता है। स्थिति को नियंत्रित करने में स्‍थानीय प्रशासन नकारा साबित हुआ है। स्‍थानीय प्रशासन द्वारा हॉट स्‍पॉट क्षेत्र में बनाए गए क्‍वारंटाइन सेंटर्स में कई कई दिनों तक जांच नहीं हो पा रही है। और न ही वहां मरीजों के लिए भोजन एवं पानी का उचित प्रबंधन किया जा रहा है। सरकारी अस्‍पताल में कोरोना मरीजों को छोड़कर अन्‍य मरीजों को भी नहीं देखा जा रहा है। स्थिति विस्‍फोटक हो चुकी है। डायलिसिस, अन्‍य जांचेंं व समुचित उपचार न होने के कारण मरीज मर रहे हैं। जिसका उदाहरण सिकंदरा निवासी आरबी सिंह पुंढीर हैं। दवाएं न मिलने के कारण लोग परेशान हैं। प्राइवेट हॉस्पिटल बंद हैंं और जो मरीज गंभीर बीमारियों से ग्रस्‍त हैं उनका उपचार भी नहीं हो पा रहा है। प्राइवेट हॉस्पिटलों के नाम पर सिर्फ कागजी खानापूर्ति की जा रही है। धरातल पर कोई कार्य नहीं हो रहा है। लॉकडाउन में आवश्‍यक सेवाएं, खाद्य एवं रसद सामग्री के डोर स्‍टेप डिलीवरी के दावे तो किये गए किंतु ये सभी आवश्‍यक वस्‍तुएं जन सामान्‍य तक समुचित ढंग से नहीं पहुंच पा रही हैं। जहां कहीं उपलब्‍ध हैं तो वहां जमकर काला बाजारी हो रही है। आगरा के मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी भी जिला अस्‍पताल की व्‍यवसथाओं को नहीं संभाल पा रहे हैं। वरिष्‍ठ अधिकारी अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। केवल 15- 20 मिनट के लिए फोटोग्राफी कराने के उद्देश्य से बाहर निकलते हैं। जिससे रिकॉर्ड रखा जा सके। इन क्रिया कलापों की वजह से आम जनमानस भाजपा की सरकार एवं जनपव्रतिनिधियों को कोस रही है। तथा आम जनमानस में काफी आक्रोश व्‍याप्‍त है। स्‍थानीय प्रशासन पंगु बना हुआ है, जिसके कारण सरकार की छवि धूमिल हो रही है।

मैं बहुत दुखी मन से आपको पत्र लिख रहा हूं। मेरा आगरा अत्‍याधिक संकट के दौर से गुजर रहा है। आगरा को बचाने के लिए कड़े निर्णय लेने की आवश्‍यकता है। स्थिति अत्‍याधिक गंभीर हो चुकी है, इसलिए मैं आपसे हाथ जोड़कर प्रर्थना कर रहा हूं कि मेरे आगरा को बचा लीजिए, बचा लीजिए।

अत: महोदय से अनुरोध है कि उपरोक्‍त तथ्‍यों को ध्‍यान में रखते हुए आवश्‍यक कार्रवाई कराने की कृपा करें। जिससे आगरा शहर की जनता राहत की सांस ले सके।

सादर

भवदीय

नवीन जैन, महापौर आगरा'

 


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